जनपद हापुड़ शहर में पिछले कुछ दिनों से धुएं और धूल के कारण हो रहे प्रदूषण के चलते हर आयु वर्ग के मरीज परेशान हो रहे है। ऐसे में दमघोटू हवा और बढ़ते प्रदूषण में सीएचसी और जिला अस्पताल की ओपीडी में अस्थमा, गले का संक्रमण, त्वचा रोगियों की संख्या दोगुने से अधिक हो गई है।
रोजाना लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है। जिले का एक्यूआई मंगलवार को 276 दर्ज किया गया। मंगलवार को दोनों ही अस्पतालों में ऐसे 675 मरीज पहुंचे, अस्थमा वाले मरीजों की समस्याएं अब बढने लगी हैं।
जिला अस्पताल और सीएचसी में धूल-धुएं के शिकार 674 बीमारों में मरीजों ने नाक में खुजली, गले में खराश, आंखों में जलन बताई। सांस, दमा और टीबी के मरीजों की मर्ज बिगड़ी मिली। सांस उखड़ने के साथ तेज खांसी से बुरा हाल हो गया, दो मरीज भर्ती करने पड़े। बच्चों के टॉन्सिल परेशान कर रहे है।
डाक्टरों के मुताबिक बच्चों और वृद्धों को बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है। सरकारी अस्पतालों के साथ साथ निजी क्लीनिक आदि में भी सांस लेने की तकलीफ होने की समस्या से ग्रस्त होकर मरीज पहुंच रहे है।
ऐसे में त्योहार आदि के समय धुएं और धूल की मात्रा और बढ़ जाना और भी तकलीफ देह है। अस्पताल में खास तौर से वृद्ध लोगों को सांस लेने की समस्या के मामले आए। ऐसे में उनको सलाह दी गई कि अगर बाहर ज्यादा धुआं आदि हो रहा हो तो घर के खिड़की दरवाजे बंद रखें।