हापुड़। शरदीय नवरात्र के आठवें दिन दुर्गा अष्टमी मनाई जाती है। इसी दिन यानी आज(सोमवार) श्रद्धालुओं ने कन्याओं को देवी का रूप मानकर उनकी पूजा की जाती हैं। साथ ही माता रानी से परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।
नवरात्रि पर मां दुर्गा के नौ स्नरूपों की पूजा की जाती है। मां को प्रसन्न करने के लिए भक्त उपवास रखते है। कुछ भक्त पहले और आखिरी दिन उपवास रख मां की उपासना करते है।
माता रानी के उपवास को पूरा करने के लिए दुर्गा नवमी का पूजन करने वाले भक्तों ने सुबह उठकर अपने नृत्य कर्म किए। इसके बाद 2 से 10 साल के बीच की कन्याओं को आमंन्त्रित किया।
सबसे पहले कन्याओं को स्वच्छ जगह बैठाया गया। इसके बाद दूध से भरे थाल में कन्याओं के पैर रखकर पैरों को हाथ से धोएं। साथ ही उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिया।
इसके बाद भक्तों ने माथे पर कुमकुम का तिलक लगाकर मां भगवती का ध्यान किया। कन्याओं को मां का पंसदीदा हलवा, पूड़ी व नारियल का भोग लगाया। इसके बाद पैर छूकर कन्याओं को अपने सामथ्र्य के अनुसार दक्षिणा दी।
कन्याओं के साथ काल भैरव के रूप में 10 साल से छोटे लड़के का भी इसी तरह पूजन किया गया। कन्याओं का पूजन करने के बाद भक्तों ने अपने 9 व्रत को संपन्न किया। साथ ही माता रानी से परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।