जनपद हापुड़ में स्मॉग के साथ वातावरण में जहर घुलना शुरू हो गया है। शहरवासियों की सांसों में जहर खुल रहा है दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण की बढ़ती स्थिति को देखते हुए प्रदूषण नियंत्रण विभाग भी सख्त हो गया है।
डॉ. पराग शर्मा का कहना है प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए धूल के कण सांस के जरिए लंग्स से होते हुए सीधे खून में चले जाते हैं। जो ब्रेन और हार्ट के लिए खतरनाक है। एक्यूआई बढ़ने से सांस और अस्थमा के मरीज बढ़ गए हैं। बच्चों पर प्रदूषण का बुरा असर पड़ता है।
इस वायु प्रदूषण से जीवन इस कदर प्रभावित हो रहा है कि इसे वायु में घुल रहा जहर भी कहा जा सकता है। विभाग की ओर से निरीक्षण कर दस ऐसे दुकानदारों को नोटिस जारी किए गए हैं, जिन्होंने सड़क किनारे खुले में भवन निर्माण सामग्री डाली हुई थी। इसके अलावा नियमों का उल्लंघन करने वाले उद्योगों की जांच कर उनके खिलाफ भी कार्यवाही की तैयारी है।