हापुड़ की मंडी प्रकरण में भाकियू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की तहरीर पर दो आढ़तियों के खिलाफ दर्ज रिपोर्ट के विरोध में मंगलवार को आढ़तियों ने हड़ताल कर दी। तीसरे दिन भी धान बिक्री करने पहुंचे किसान मायूस लौटे। आढ़तियों ने भी रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग उठाई। मांग पूरी नहीं होने तक हड़ताल जारी रखने का एलान किया है।
मंडी में धान की खरीद को लेकर हुए विवाद में मंगलवार को भाकियू कार्यकर्ताओं ने थाने में धरना दिया। हालांकि रात में ही इस मामले में दो आढ़तियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हो गई। सुबह पुलिस, प्रशासन के अधिकारियों के आश्वासन देने पर किसानों ने धरना समाप्त कर दिया।
वहीं, रिपोर्ट दर्ज होने से नाराज आढ़तियों ने मंगलवार को मंडी में काम नहीं किया। सुबह धान की बिक्री करने पहुंचे किसानों को मायूस लौटना पड़ा। धान की खरीद फरोख्त का समय चल रहा है, हर दिन 28 से 30 हजार बोरियों का कारोबार होता है। हड़ताल से जहां किसान मायूस हुए, वहीं मंडी समिति को भी करीब पांच लाख से अधिक का राजस्व नुकसान हुआ।
धान मंडी एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेश त्यागी ने कहा कि किसानों ने उनके साथ मंडी में मारपीट की है। जिसकी शिकायत पुलिस में तहरीर देकर की गई थी। लेकिन उनकी तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज नहीं हो सकी। उन्होंने कहा कि मंडी में आए दिन वसूली की जाती है। जिसका आढ़ती कई बार विरोध कर चुके हैं।आढ़तियों ने बैठक में निर्णय लिया कि आढ़तियों पर दर्ज मुकदमा वापस लिया जाए। साथ ही आढ़तियों की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज हो। विरोध में बुधवार को भी मंडी बंद रखने का एलान किया गया है।