हापुड़/गढ़मुक्तेश्वर। आज पितृ विसर्जनी अमावस्या है। भाद्रपद माह की पितृ विसर्जनी शनि अमावस्या पर आज लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान करेंगे। शुक्रवार से ही श्रद्धालुओं का ब्रजघाट में आगमन शुरू हो गया। जो लोग पिछले दिनों में पूर्वजों के निमित्त श्राद्ध में अर्पण, तर्पण नहीं कर सके या जिन्हें पूर्वजों की मृत्यु तिथि ज्ञात नहीं है, वे आज तर्पण, पिंडदान, ब्राह्मण भोज और भंडारा करवा सकते हैं।
शनिवार को ब्रजघाट समेत खादर क्षेत्र के गांव लठीरा और पुष्पावती पूठ में तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पितृ विसर्जन अमावस्या पर पहुंचने का अनुमान है। भद्रकाली मंदिर के पुजारी पंडित रमाशंकर तिवारी ने बताया कि पितृ विसर्जनी अमावस्या पर मोक्ष दायिनी में आस्था की डुबकी लगाकर गरीब-निराश्रितों को भोजन-वस्त्र का दान तर्पण करना विशेष फलदायी माना गया है। शनिश्वरी अमावस्या होने से इसका महत्व और भी बढ़ गया है।
पंडित विनोद शास्त्री ने बताया कि अमावस्या 13 अक्तूबर की रात 9 बजकर 50 मिनट से लेकर 14 अक्तूबर की मध्य रात्रि 11 बजकर 24 मिनट तक रहेगी। वहीं इस दिन सूर्य ग्रहण भी रात आठ बजकर 34 मिनट से रात दो बजकर 25 मिनट तक रहेगा। लेकिन यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। जिसके चलते यहां पर सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। इसलिए अमावस्या पर स्नान, पिंडदान, पितरों को तर्पण, गंगा किनारे धार्मिक अनुष्ठान समेत अन्य कर्मकांड कभी भी किए जा सकते हैं।
सीओ आशुतोष शिवम ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए स्नानघाट, बाजार समेत अन्य स्थानों पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। इसके अलावा हाईवे को जाम मुक्त रखने के लिए यातायात पुलिस भी तैनात रहेगी। घाट पर नाविक, गोताखोर और ब्रजघाट में दमकल विभाग की गाड़ी भी तैनात रहेगी। हर साल यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। पुलिस-प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए हर तरह से पुख्ता इंतजाम किए।
वहीं पालिकाध्यक्ष राकेश कुमार बजरंगी का कहना है कि गंगा में बेरिकेडिंग कराई जा रही है, पेजयल आपूर्ति समेत श्रद्धालुओं की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा।