हापुड़। सर्दी और दीपावली का पर्व आते ही एनसीआर में एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के पार पहुंच जाता है। ऐसे में एनसीआर में वायु प्रदूषण रोकने के लिए कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट ने 01 अक्तूबर से ग्रेप सिस्टम को लागू कर दिया है।
शुक्रवार की भारत सरकार के पर्यावरण मंत्री ने एनसीआर क्षेत्र के पोल्यूशन विभाग और जिला अधिकारियों से वीडियो कांन्फ्रेस कर दिशा निर्देश दिए। अक्तूबर माह के अंत तक ही एनसीआर में एयर क्वालिटी इंडेक्स(IQ) 400 और 500 तक पहुंच जाता है।
इससे लोगों में दमा, हदय, इंफेक्शन आदि की खतरा बढ़ जाता है। यहां के लोगों को सांस लेने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता हैं। इससे निपटने के लिए कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट ने पहले ही तैयारी पूरी कर ली है।
क्षेत्रीय प्रबंधक अधिकारी उत्सव शर्मा ने बताया कि पहले 15 अक्तूबर से एनसीआर में ग्रेप सिस्टम लागू किया जाता था। लेकिन इस बार एक अक्तूबर से ही ग्रेप सिस्टम को लागू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि ग्रेप सिस्टम के तहत हवा में प्रदूषण बढ़ाने वाले तत्वों को रोका जाएगा।
इसके लिए 17 विभागों की टीम काम करेंगी। उन्होंने बताया कि ग्रेप सिस्टम को 4 श्रेणी में लागू किया गया है। इसमें 201 से 300 और 450 के ऊपर एक्यूआई पहुंचने पर अलग अलग पाबंदिया रहेगी।
जिलाधिकारी मेधा रूपम ने बताया कि एयर पोल्यूशन की रोकथाम के लिए ग्रेप सिस्टम को लागू किया गया है। जिले में इसका पालन सुनिश्चित कराया जाएगा।
1- एक्यूआई स्तर 201 से 300 के बीच, 2- एक्यूआई स्तर 301 से 400 के बीच, 3- एक्यूआई स्तर 401 से 450 के बीच, 4- एक्यूआई स्तर 450 के ऊपर हो तो इन चारो श्रेणी में होगा ग्रेप सिस्टम लागू किया जाएगा साथ ही ये पाबंदिया भी रहेगी।
अलग- अलग स्टेज पर अलग-अलग पाबंदियां लगाई जाती हैं।
- एनसीआर में कम से कम बिजली कटौती होगी। डीजल जनरेटर का इस्तेमाल बिजली के लिए नहीं होगा।
2. हर दिन सड़कों की सफाई होगी। जबकि, हर दूसरे दिन पानी का छिड़काव किया जाएगा।
3. होटल या रेस्टोरेंट में कोयले या तंदूर का इस्तेमाल नहीं होगा।
4. कंस्ट्रक्शन और डिमोलिशन से निकलने वाली धूल और मलबे के प्रबंधन को लेकर निर्देश लागू होंगे।
5. सड़कों पर जमी धूल को उड़ने से रोकने के लिए पानी का छिड़काव किया जाएगा।
6. खुले में कचरा जलाने पर प्रतिबंध रहेगा। ऐसा करने पर जुर्माना वसूला जाएगा।
7. जहां ट्रैफिक ज्यादा होता है, वहां ट्रैफिक पुलिस की तैनाती होगी।
8. ढकाव के नियमों को सख्ती से लागू किया जाएगा।
17 विभागीय अधिकारियों की टीम करेंगी काम:
हापुड़-पिलखुवा विकास प्राधिकरण, पुलिस, मुख्य विकास अधिकारी, उप जिलाधिकारी( हापुड़, धौलाना, गढ़मुक्तेश्वर), पीडी एनएचएआई, क्षेत्रीय प्रबंधक, पीडब्लूडी के एक्सईएन, जिला कृषि अधिकारी, क्षेत्रीय प्रबंधक एनएचएआई आदि विभागों के अधिकारी अपनी अपनी टीम बनाकर कार्य करेंगी।