जनपद हापुड़ में रेलवे लाइनों पर निराश्रित पशुओं के आवागमन व लोगों की लापरवाही के कारण ट्रेन हादसों पर अंकुश लगाने और ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए अब रेलवे लाइनों के किनारे दीवार बनाई जाएगी। इसके के लिए मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा है। जल्द ही मुख्यालय से प्रस्ताव को स्वीकृति की उम्मीद है।
ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए रेलवे लाइनों पर मरम्मत कार्य किए जा रहे हैं और रेलवे फाटकों को खत्म कर उनके स्थान पर अंडरपास बनाए जाने का कार्य किया जा रहा है। जिले में भी फिलहाल तीन रेलवे अंडरपास पर निर्माण कार्य चल रहा है और अन्य तीन अंडरपास निर्माण को मंजूरी मिल चुकी है।
लोगों की लापरवाही के साथ रेलवे लाइन पर आवारा पशुओं के आवागमन से भी ट्रेनों की रफ्तार पर ब्रेक लगता है। रेलवे लाइन पर यात्रियों और आवारा पशुओं के आवागमन के रोकने के लिए अब रेलवे लाइनों के दोनों किनारे दीवार बनाने का निर्णय लिया गया है। रेलवे अधिकारियों ने प्रथम चरण में हापुड़ से महरौली रेलवे स्टेशन के बीच करीब तीस किलोमीटर लंबी दूरी में दीवार बनाने के लिए मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा है। इस कार्य में करीब 30 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जल्द ही मुख्यालय से प्रस्ताव को स्वीकृति की उम्मीद है।
फिलहाल ट्रेनों का संचालन अधिकतम 110 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से किया जाता है। इसे बढ़ाकर अब 130 किलोमीटर प्रति घंटा कराने की भी तैयारी की जा रही है। इसके लिए रेलवे लाइनों और रेलवे पुल के ऊपर मरम्मत कार्य किया जा रहा है।
कार्य निरीक्षक वीके त्यागी का कहना है कि रेलवे ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। लेकिन रेलवे लाइन पर यात्रियों की लापरवाही और आवारा पशुओं के आवागमन से ट्रेनों का संचालन प्रभावित होता है। इस पर अंकुश लगाने के लिए प्रथम चरण में हापुड़ से महरौली के बीच रेलवे लाइन के दोनों तरफ दीवार बनाने का प्रस्ताव मुख्यालय को भेज दिया गया है, जिसे जल्द ही स्वीकृति मिलने की उम्मीद है। प्रस्ताव की मंजूरी मिलने ही दूसरे चरण में हापुड़ से गढ़मुक्तेश्वर के मध्य प्रस्ताव बनाकर भेजा जाएगा।