जनपद हापुड़ के गढ़ रोड सीएचसी में अब बाहर के पर्चों पर सीटी स्कैन नहीं होगा। मरीजों की भीड़ से मशीन में तकनीकी दिक्कत आने लगी है। अस्पताल में नोटिस चस्पा कर रोजाना सिर्फ 52 मरीजों के ही सीटी स्कैन करने पर सहमति बनी है।
स्वास्थ्य विभाग के पास सिर्फ एक ही सीटी स्कैन और अल्ट्रासाउंड मशीन हैं जिन्हें गढ़ रोड सीएचसी में लगाया गया है। जिलेभर के मरीजों को जांच के लिए यहां भेज दिया जाता है। इन दिनों सीएचसी में चिकित्सकों के साथ ही मेडिकल कॉलेजों से आए प्रशिक्षक भी मरीजों को देखते हैं, जो मरीजों के कहने पर सीटी स्कैन भी लिख देते हैं। इसके अलावा बाहर के पर्चों पर भी स्कैन किए जाते थे अब उन पर भी रोक लगा दी गई है।
आलम यह है कि प्रतिदिन सीटी स्कैन कराने वाले मरीजों की संख्या 100 को पार कर रही है। यही हाल एक्सरे और अल्ट्रासाउंड मशीनों का है। एक्सरे मशीन बेहद पुरानी है, जो क्षमता के अनुसार भी काम नहीं कर रही। एक टेक्नीशियन को ही यहां पूरे दिन काम करना पड़ रहा है, देर रात तक रिपोर्ट तैयार करते हैं।
आश्चर्य की बात यह है कि जिला अस्पताल से भी मरीजों को यहां रेफर कर दिया जाता है। बहरहाल, जांच में सामने आया है कि 90 फीसदी से अधिक जांचों में मरीज स्वस्थ ही निकल रहे हैं। अनावश्यक रूप से सीटी स्कैन व अन्य जांचे कराई जा रही हैं। अधिकारियों ने इसे लेकर अस्पतालों में नोटिस चस्पा करा दिया है।
हापुड़ सीएमओ डॉ.सुनील त्यागी- का कहना है की सीटी स्कैन व एक्सरे से निकलने वाली तरंगे बेहद खतरनाक हैं। अधिक किरणें पड़ने से कैंसर का रोग भी हो सकता है। इसलिए चिकित्सक के परामर्श पर ही सीटी स्कैन कराएं। इस संबंध में अस्पताल के चिकित्सकों को भी निर्देशित कर दिया गया है।