जनपद हापुड़ में घर बनाने का सपना अब महंगा हो गया है। ईंट से लेकर सीमेंट, सरिया के साथ श्रमिकों की मजूदरी भी बढ़ी है, निर्माण में उपयोग होने वाली जरूरी सामग्री के भाव में तेजी आई है। पिछले एक माह में ही दामों में दस प्रतिशत तक उछाल देखने को मिला है।
मुख्य रूप से सपनों का घर बनाना भी महंगा हो गया है, सीमेंट, सरिया से लेकर ईंट व अन्य निर्माण सामग्री के दामों में दस प्रतिशत तक उछाल आया हैं। जो लोग प्लॉट लेकर घर बनाने का सपना देख रहे हैं, उनका बजट अब गड़बड़ाने लगा है।
भट्ठा संचालक प्रदीप गुप्ता ने बताया कि अव्वल ईंट के दाम 68 सौ रुपये से बढक़र 75 सौ रुपये प्रति हजार पहुंच गए हैं। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण सरकार ने भट्ठों के संचालन पर रोक लगाना भी है। साथ ही कच्चे माल में महंगाई और श्रमिकों की कमी के कारण भी चीजों में उछाल आया है। इस बार हुई ज्यादा बारिश भी निर्माण सामग्री में महंगाई का कारण बनी है।
आयरन ट्रेडर लवित जैन ने बताया कि 12 एमएम सरिये का दाम 55 सौ रुपये प्रति कुंतल से 6 हजार रुपये प्रति कुंतल तक पहुंच गया। सीमेंट के दामों में खासी तेजी आई है। मुकेश भारद्वाज ने बताया कि 370 रुपये का सीमेंट का कट्टा 400 रुपये का हो गया है। कच्चे माल की कीमतें बढने के कारण कंपनियों ने रेट बढ़ा दिए हैं। इसके साथ ही रेत, रोड़ी और डस्ट के रेट के दामों में भी उछाल आया है।
लोगों का कहना है कि निर्माण सामग्री के दामो में बढोतरी ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है। घर बनाने का बजट उम्मीद से ज्यादा बढ़ गया है, निर्माण सामग्री के रेट तेजी से बढ़ रहे हैं। अब घर बनाना आसान नहीं हैं, लाखों रुपये जेब में हों तभी इसका विचार करना होगा। एक बार पूरे घर का निर्माण कार्य करवा पाना असंभव है। घर के निर्माण के लिए थोड़ी-थोड़ी कर निर्माण सामग्री खरीदनी पड़ती है। ऐसे में अब चार कमरों के मकान को बनाने में भी कई साल लग जाते हैं।