जनपद हापुड़ में गंगा एक्सप्रेसवे निर्माण की कार्यदायी संस्था एलएंडटी के अटीला और भैना में बने परिसरों में करीब 80 लाख की बिजली चोरी पकड़ी गई है।
गंगा के निर्माण की जिम्मेदारी एलएंडटी कंपनी को मिली है। इस कंपनी ने किठौर रोड स्थित अटौला और ठेरा व भेना में अपने परिसर बनाए हैं।
जिनमें मैटेरियल सप्लाई की सामग्री के साथ ही अधिकारियों के आवास भी बनाए गए हैं। दोनों गांवों में करीब 200 बीघा जमीन किसानों से किराये पर ली गई है।
विजिलेंस टीम के अधिकारी ने बताया कि मुख्य बात यह है कि एलएंडटी ने किसानों से जमीन ली, साथ ही करीब 9 नलकूपों का बिल खुद ही वहन कर किसानों से समझौता करा लिया।
दोनों ही परिसरों में करीब 88 हॉर्सपावर भार का लोड था, जो एलएमवी-5 श्रेणी (सब्सिडी) की विधा में ही प्रयोग किया जा रहा था। जबकि परिसर में कॉमर्शियल कनेक्शन लिया जाना अनिवार्य है या फिर एलएमवी-5 को एलएमवी 2 विधा में स्थानांतरित किया जाना चाहिए था।
कार्यवाही के दौरान कंपनी के अधिकारी नियम के अनुसार ही बिजली के प्रयोग का दावा करते रहे, लेकिन कागजी कार्यवाही में वह फंस गए, कॉमर्शियल कनेक्शन का कोई साक्ष्य वह नहीं दे सके।
मामले की गंभीरता पर विजिलेंस के एई एससी यादव, प्रभारी निरीक्षक मुमताज खान, एसडीओ गढ़ प्रभव हरित, हेड कांस्टेबल ब्रजेंद्र सिंह, दीपक सिंह,अफरोज आदि ने थाने में तहरीर दी है। विजिलेंस के अनुसार इसका जुर्माना करीब 80 लाख रुपये बैठता है।