जनपद हापुड़ के सरकारी और निजी अस्पतालों से आए डेंगू के 43 संदिग्ध नमूनों में से छह का एलाइजा टेस्ट पॉजिटिव आया है। इन मरीजों में एक आठ साल का बच्चा भी शामिल है। डेंगू के छह नए मरीज मिले है, जिले में अब डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़कर 51 पहुंच गई है। विभागीय टीम की जांच में 316 घरों में लार्वा नष्ट कराया गया।
स्वास्थ्य विभाग की टीम रेपिड किट के साथ क्षेत्र में सैंपलिंग करा रही है। शुक्रवार को सरकारी लैब में 43 संदिग्ध सैंपलों का एलाइजा टेस्ट हुआ। इसमें छह मरीज डेंगू पॉजिटिव पाए गए हैं। सभी छह मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। चिकित्साधिकारियों का दावा है कि भर्ती मरीजों में किसी की हालत गंभीर नहीं है।
डीएमओ डॉ. सतेंद्र कुमार के नेतृत्व में टीम ने 316 घरों के 1422 कमरों में लार्वा खोज अभियान चलाया। इस दौरान कुल 322 कूलर, 954 गमले, 301 ड्रम, 126 टायर, 307 फ्रीज की ट्रे, 1137 अन्य पात्रों में लार्वा खोजा। 193 पात्रों को नष्ट कराया। जांच के दौरान अधिक घनत्व में लार्वा पनपता मिला। संभावना जताई जा रही है कि आने वाले एक सप्ताह में डेंगू तेजी से फैल सकता है।
वायरल और टाइफाइड का प्रकोप बढ़ा रहा है, सरकारी और निजी अस्पतालों की ओपीडी फुल है। इन दिनों अस्पतालों के वार्डों में सबसे ज्यादा वायरल और टाइफाइड के मरीज भर्ती हैं। वायरल और टाइफाइड मरीजों की कमर तोड़ रहा है। वायरल बुखार की चपेट में आने से प्लेटलेट्स गिर रही हैं। साथ ही लीवर में भी सूजन बन रही है।
मरीजों की खांसी पीछा छोड़ने का नाम ही नहीं ले रही है, बुखार के साथ मरीजों को खांसी हो रही है। जिससे मरीजों को खांसने में तकलीफ होती है। बच्चों में यह बीमारी गंभीर बन रही है, छाती में कफ जमने से बच्चों को सांस लेने में भी समस्या हो रही है।
हापुड़ सीएमओ डॉ.सुनील त्यागी- ने बताया की डेंगू के मरीजों में गंभीर लक्षण नहीं है, जिले में अब तक 51 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त दवाएं और भर्ती करने की व्यवस्था है।