हापुड़ जिले में डेंगू का प्रकाेप बढ़ता जा रहा है। डेंगू के छह नए मरीज मिले हैं, एलाइजा टेस्ट की रिपोर्ट में पुष्टि हुई है। अब तक 37 मरीजों की रिपोर्ट में डेंगू पॉजिटिव मिल चुका है। जबकि रेपिड जांच में आंकड़ा दोगुना से भी अधिक है।
हर मरीज के आस पास वाले 50 घरों में लार्वा खोज अभियान चलाकर टीम ने एंटी लार्वा का स्प्रे किया। इसके अलावा सीएचसी और जिला अस्पताल की ओपीडी भी बुखार के मरीजों से भरी रहीं।
अब तक 37 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। जिला अस्पताल की लैब में एलाइजा टेस्ट के बाद छह अन्य मरीजों में भी डेंगू की पुष्टि कर दी गई है। इसमें आठ साल के बच्चे समेत तीन महिला और दो पुरुष भी शामिल हैं। सीएचसी और जिला अस्पताल की ओपीडी में मंगलवार को 2243 मरीज पहुंचे। इनमें 667 को बुखार था, लक्षण के आधार पर अधिकांश को वायरल बुखार बताया गया।
बे मौसम बारिश मच्छर जनित बीमारियों के लिए वातावरण अनुकूल बना रहा है। यही कारण है कि लोग मच्छर जनित बीमारियों से ग्रस्त होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। डेंगू से बचने के लिए अब सावधानी रखने की आवश्यकता है।
डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर डीएम ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को संक्रमित मरीज के आस पास के 50 घरों में लार्वा खोजने और उसे नष्ट करने के आदेश दिए हैं। बरसात के बाद से अब डेंगू का कहर बढने लगा है। मलेरिया विभाग लगातार काम कर रही है। घरों में रखे कूलर, फ्लॉवर पाट, जानवरों के लिए पानी से भरी टंकी आदि में लार्वा पनपता है। इसी क्रम में मलेरिया विभाग की टीम ने कई गांवों में लार्वा खोजकर उसे नष्ट कराया।
हापुड़ सीएमओ डॉ.सुनील त्यागी- ने बताया की डेंगू के मरीजों की निगरानी कराई जा रही है, किसी की हालत गंभीर नहीं है। सरकारी अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने और बेहतर उपचार की सुविधा उपलब्ध हैं। दवाएं भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।