जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर जिले में बुखार का बढ़ता प्रकोप जानलेवा साबित हो रहा है। गढ़ में बुखार से एक बच्ची समेत दो की जान जा चुकी है। वहीं गांव पूठ में हर दूसरे घर में बुखार के मरीज तप रहे हैं, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पहुंचकर ग्रामीणों से वार्ता की और स्वास्थ्य शिविर लगाने के निर्देश दिए ।
नगर के मोहल्ला मदरसा निवासी मारूफ ने बताया कि उसका छोटा भाई आसिफ (32) पिछले एक सप्ताह से बुखार से पीड़ित चल रहा था। बार-बार बुखार चढ़ उतर रहा था। तीन दिन पहले अधिक तबीयत खराब होने पर मेरठ के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर हालत अधिक नाजुक होती चली गई और अधिक बुखार होने के कारण आसिफ ने उपचार के दौरान मंगलवार की रात को दम तोड़ दिया।
वहीं दूसरी घटना में मीरा रेती निवासी इरफान चौधरी की 11 वर्षीय बेटी महजबी की चार दिन पहले बुखार आने के कारण तबीयत खराब हो गई थी। जिसको स्थानीय चिकित्सक के भर्ती कराया, जहां उपचार के दौरान हालत सामान्य रही, लेकिन बुधवार की शाम को अचानक से तेज बुखार आने के कारण महजबी की सांसे रुकगई। सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। दोनों मोहल्लों में बुखार से अन्य मरीजों में बुखार का डर बना हुआ है।
सीएमओ डॉ. सुनील कुमार त्यागी के निर्देश पर जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. सतेंद्र कुमार अपनी टीम के साथ गांव में पहुंचे। वहां ग्राम प्रधान पति और अन्य गांव के लोगों के साथ बैठक कर सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने का निर्देश दिया। साथ ही कहा कि ताजा खाना खाएं, गंदगी से बचें और ताजे पानी का सेवन करें।
इसके अलावा उन्होंने बताया कि गांवों में हर दूसरे घर में बुखार के मरीज मिल रहे है। चिकित्सक सावधानी बरतने की सलाह दे रहे है। गांव में स्वास्थ्य कैंप लगवाया जाएगा, जिसमें मरीजों की जांच कराकर दवाई भी वितरित की जाएगी। मौसम परिवर्तन के कारण बुखार हो रहे हैं, सावधानी बरतने वालों को कोई परेशानी नहीं आएगी।
सीएमओ डॉ. सुनील कुमार त्यागी- ने बताया की गढ़ नगर में हुई दो मौत के मामले में जानकारी नहीं है, टीम को भेजा जाएगा और जांच कराई जाएगी। साथ ही गांवों में कैंप लगाने के निर्देश दिए हैं, जिससे मरीजों को दवाई के लिए इधर उधर भटकना न पड़े।