जनपद हापुड़ में परिवहन नियमों को दरकिनार पर सड़कों पर स्कूली वाहन दौड़ाने वालों की अब खैर नहीं है। ऐसे वाहन संचालकों पर अब परिवहन विभाग के अफसरों की निगाह टेढ़ी हो गई हैं। बिना फिटनेस वाले स्कूली वाहनों के संचालकों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
अभिभावकों से मोटी रकम वसूलने के बाद भी स्कूली वाहनों द्वारा बच्चों के जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है। इस पर अंकुश लगाने के लिए एआरटीओ विभाग द्वारा पिछले एक सप्ताह में चेकिंग अभियान चलाकर 13 वाहन सीज किए गए हैं और 38 वाहनों का चालान किया गया है। लेकिन अभी भी करीब दस फीसदी वाहन बिना फिटनेस दौड़ रहे हैं।
जिलेभर में 476 स्कूली वाहन पंजीकृत हैं, लेकिन अनेक स्कूलों में डग्गामार वाहनों के सहारे बच्चों के जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है। अभिभावकों के शिकायत के बाद पिछले सप्ताह एआरटीओ विभाग ने सड़कों पर स्कूली वाहनों के खिलाफ चेकिंग अभियान चलाया। एक सप्ताह चले अभियान के तहत एआरटीओ ने 13 वाहन सीज किए और 38 के चालान काटे।
स्कूली वाहनों की फिटनेस को लेकर एआरटीओ विभाग ने सख्त हिदायत दी है। ताकि बच्चों के लिए लगाए गए इन वाहनों में किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो। बावजूद इसके जिले में कई स्कूली वाहन ऐसे हैं जिनकी फिटनेस तक नहीं है। इसके बाद भी इस वाहनों के संचालक इन्हें सड़कों पर सरपट दौड़ा रहे हैं।
एआरटीओ प्रवर्तन रमेश कुमार चौबे का कहना है कि स्कूली वाहनों के खिलाफ चैकिंग अभियान जारी है। बिना फिटनेस और मानकों का उल्लंघन करने वाले वाहनों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।