हापुड़ जिले में डेंगू के पांच नए मरीज मिले हैं, जिसमें छह साल के बच्चे समेत तीन महिलाएं शामिल हैं। आठ मरीजों का उपचार अस्पतालों में चल रहा है, जिनकी हालत सामान्य बताई जा रही है। सरकारी लैब ने इन मरीजों में पुष्टि की है। इसके अलावा वायरल और टाइफाइड भी मरीजों को परेशान कर रहा है।
फिजिशियन डॉ. प्रदीप मित्तल ने बताया कि बरसात के बाद से मच्छरजनित रोगों का प्रकोप बढ़ा है। विभाग की टीम ने 86 घरों में लार्वा नष्ट कराया है। हालांकि वायरल और टाइफाइड के केस अधिक आ रहे हैं। वायरल बुखार में मरीजों की ब्लड प्लेटलेट्स गिरकर एक लाख से कम रह रही हैं। जबकि जांच में इनमें डेंगू की पुष्टि नहीं हो रही। ऐसे में साफ है कि प्लेटलेट्स गिरना डेंगू के ही लक्षण नहीं हैं।
मलेरिया के मरीज भी लगातार मिल रहे हैं। बुखार के साथ जोड़ों में दर्द को लेकर अधिकारी चिकनगुनिया की भी जांच करा रहे हैं। इसके अलावा बच्चों में डायरिया का असर दिख रहा है। फेफड़ों में कफ जमना, इंफेक्शन के मरीज भी बाल रोग विशेषज्ञों की ओपीडी में आ रहे हैं।
हापुड़ सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- ने बताया की जिले में डेंगू का कोई मरीज गंभीर नहीं है, दवाओं से मरीज आसानी से स्वस्थ हो रहे हैं। अब तक 29 मरीजों में डेंगू की पुष्टि की जा चुकी है। संदिग्धों के नमूनों की जांच भी करा रहे हैं।