हापुड़ जिले के हर बिजलीघर पर अब मोबाइल ट्रांसफार्मर ट्रॉली होगी, जो आपात समय में प्रभावित इलाकों को सप्लाई देगी। 20 करोड़ के बिजनेस प्लान के तहत टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है। ट्रिपिंग से बचने के लिए वीसीबी मशीनें भी स्वीकृत हैं, अब उपभोक्ताओं को बिजली संबंधी परेशानियों का सामना नहीं होना पड़ेगा।
400 करोड़ की रिकैंप योजना में बहुत से काम शामिल नही किए गए थे। इसके लिए अलग से जिले में ऊर्जीकरण के लिए 20 करोड़ के कार्य स्वीकृत किए गए। खंडवार बजट आवंटित किया गया था। लेकिन अवर अभियंताओं द्वारा बनाए गए एस्टीमेट बजट से ज्यादा बन गए। जिन्हें ठीक करा दिया गया है।
शासन से स्वीकृति के बाद अब जिले में टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है। जिले में 33 बिजलीघरों के लिए 400 केवी क्षमता के ट्रांसफार्मर से लैस मोबाइल ट्रॉली उपलब्ध करायी जाएंगी। जिन्हें प्रभावित इलाकों में लगाकर सप्लाई चालू कराई जा सकेगी। भगवानपुरी में 750 केवी का ट्रांसफार्मर लगा है जो ओवरलोड है। इस मोहल्ले में 250 केवी का ट्रांसफार्मर स्वीकृत हो गया है। साथ ही केशवनगर, अयोध्यापुरी, भीमनगर में भी 250 केवी क्षमता के ट्रांसफार्मर स्वीकृत हो गए हैं। जिससे हापुड़ के चार मोहल्लों को बड़ी राहत मिलेगी।
हापुड़ डिवीजन के बाबूगढ़, लालपुर, पटना, वझीलपुर, धीरखेड़ा, मोदीनगर, दिल्ली रोड, प्रीत विहार, अतरपुरा, उबारपुर समेत गढ़ और पिलखुवा डिवीजन के बिजलीघरों को भी मोबाइल ट्रॉली और वीसीबी मशीनें मिलेंगी।
अधीक्षण अभियंता यूके सिंह- का कहना है की बिजनेस प्लान योजना से ऊर्जीकरण के कार्य शुरू हो गए हैं। टेंडर प्रक्रिया भी शुरू की जा चुकी है, रिकैंप योजना से छूटे कार्य इसमें पूरे कराए जाएंगे। उपभोक्ताओं को बिजली संबंधी समस्याओं से परेशान नहीं होना पड़ेगा।