जनपद हापुड़ में अभिभावकों से मोटी रकम वसूलने के बाद भी सड़कों पर बिना मानकों के दौड़ रहे स्कूली वाहनों के खिलाफ बुधवार को एआरटीओ ने अभियान चलाया। जिसमें दस वाहनों को सीज किया गया है और 26 वाहनों पर लगाया गया जुर्माना।
शासन के निर्देश पर स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन सतर्क हो गया है। एआरटीओ द्वारा बुधवार को जिलेभर में स्कूली वाहनों का चेकिंग अभियान चलाया गया। जहां वाहनों के बीमा, फिटनेस प्रमाण पत्र, प्रदूषण प्रमाण पत्र, फर्स्ट एड किट, अग्निश्मन यंत्र सहित अन्य मानकों की जांच की गई। अभियान में मानकों पर खरे नहीं उतरने वाले 26 वाहनों का चालान किया गया और दस वाहनों को अलग-अलग थानों में सीज कर दिया गया।
बिना फिटनेस प्रमाण पत्र दौड़ रहे वाहन संचालकों को जल्द स्कूली वाहनों की फिटनेस जारी कराने के लिए नोटिस जारी किए गए और मानक पूरा न करने पर कड़ी कार्यवाही की भी चेतावनी दी गई। बिना फिटनेस टेस्ट के बच्चों को स्कूल ले जा रही स्कूली बस व वैन मासूमों की जान से खिलवाड़ कर रही है। इसके बाद भी यह अनफिट वाहन बच्चों को स्कूल ले जा रहीं हैं। ऐसे में इन स्कूली वाहनों से बच्चों का घर से स्कूल का आवागमन सुरक्षित नहीं है।
एआरटीओ (प्रवर्तन) रमेश चौबे का कहना है कि स्कूलों में संचलित हो रहे खटारा वाहनों के खिलाफ अभियान की शुरूआत कर दी गई है। अन्य सभी वाहन स्वामियों को भी मानक के अनुरुप यातायात नियमों का पालन करते हुए वाहन संचलित कराने के निर्देश दिए गए हैं।