जनपद हापुड़ में शहर की सड़कों पर प्रत्येक वर्ष वाहनों का बोझ बढ़ने से जाम की समस्या लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन गया है। यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
वर्तमान में जिले में 2.3 लाख वाहन पंजीकृत हैं, जिनमें पिछले पांच वर्षो में 92.8 हजार वाहन पंजीकृत हुए है। जिससे औसतन 18.5 हजार वाहनों का दबाव प्रतिवर्ष सड़कों पर बढ़ रहा है। जाम की स्थिति का सबसे बढ़ा कारण ई रिक्शा और ऑटो चालकों की मनमानी है।
शहर की सड़कों पर अतिक्रमण होने से सड़कें संकरी हो गई हैं। प्रत्येक साल 18 हजार से अधिक वाहनों का दबाव बढ़ रहा है। जिम्मेदारों द्वारा अतिक्रमण हटवाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते हैं और न ही अतिक्रमण करने वालों को किसी का डर है।
लोगों को अक्सर ट्रैफिक की समस्या का सामना करना पड़ता है। खास तौर पर सुबह और शाम के समय ट्रैफिक का लोड ज्यादा बढ़ जाता है। जिससे शहर के प्रमुख तहसील चौपला, फ्रीगंज रोड, बुलंदशहर रोड, मेरठ तिराहा, गढ़ रोड, अतरपुरा चौपला, पक्का बाग पर अधिकतर लोगों की जाम की समस्या से जूझना पड़ता है।
यातायात प्रभारी अमित सिंह का कहना है शहर को जाम से मुक्त कराने के लिए अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर व्यवस्था बनाई जाएगी। यातायात को सुचारू करने के लिए वाहन चालकों को जागरूक किया जाएगा और लोगों का सहयोग लिया जाएगा।