जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर गांव बदरखा में घर के बाहर खेल रही बच्ची पर आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया। जिससे बच्ची गंभीर रुप से घायल हो गई। परिजन बच्ची को आनन फानन में गढ़ सीएचसी लेकर गए, जहां से उसे दिल्ली के अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया।
बहादुरगढ़ क्षेत्र के गांव रझेटी निवासी शाहरुख ने बताया कि उसकी मां और बेटी तीन दिन पहले गढ़ क्षेत्र के गांव बदरखा में अपने मायके गई थी। मंगलवार की सुबह उसकी पांच वर्षीय बेटी अदीबा घर के बाहर बच्चों के साथ खेल रही थी। इसी दौरान एक आवारा कुत्ते ने बच्ची के चेहरे पर हमला कर दिया।
बच्ची की चीख पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे परिजनों और पड़ोसियों ने कुत्ते को भगाया। परिजनों ने तुरंत बच्ची को गढ़ सीएचसी में भर्ती कराया। जहां हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने बच्ची को दिल्ली अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। बच्ची के पिता ने बताया कि बेटी के गाल पर कुत्ते ने पंजे और दांतों से हमला किया, जिससे हालात नाजुक बनी है, दिल्ली के अस्पताल में उपचार कराया जा रहा है।
आवारा कुत्तों के हमलों का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। इन कुत्तों के हमलों का शिकार अक्सर छोटे बच्चे बनते हैं। शहर समेत आसपास के गांवों में आवारा कुत्तों और बंदरों का आतंक बढ़ रहा है। बदरखा निवासी इरफान चौधरी ने बताया कि गांव बदरखा में हर गली में कुत्ते खूंखार हो रहे हैं। पहले भी गांव मे लोगों को काट चुके हैं। आवारा कुत्तों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है।
वहीं गढ़ नगर निवासी ऋषिपाल सिंह ने बताया कि शहर में कुत्ते के साथ साथ बंदरों का आतंक बढ़ रहा है, जिससे घरों के बाहर निकलने में भी लोगों को परेशानी बनी रहती है। इस तरफ वन विभाग और स्थानीय पालिका प्रशासन कोई कार्यवाही करने को तैयार नहीं है, जिससे पशुओं के आतंक की घटनाओं पर लगाम नहीं लग पा रही है।
एसडीएम अंकित कुमार वर्मा- ने बताया की आवारा पशुओं से निजात के लिए वन विभाग ती टीम से वार्ता कर समस्या का समाधान कराया जाएगा, जिससे राहगीर सुरक्षित रह सकें और बंदर और कुत्तों के हमले बचा जा सके।