जनपद हापुड़ में सरकार भले ही पौधरोपण अभियान चलाकर प्रदेश को हरा भरा बनाने का प्रयास कर रही है। लेकिन रेलवे विभाग द्वारा सरकार के प्रयास को पलीता लगाया जा रहा है। इस वर्ष रेलवे द्वारा एक भी पौधा नहीं लगाया गया, बल्कि 227 पेड़ों का कटान करा दिया गया।
सरकार द्वारा हर साल करोड़ों रुपए हरियाली के नाम पर खर्च किए जाते हैं। सरकार की मंशा है, पर्यावरण को हरा-भरा रखा जाए। इसके लिए तमाम योजनाएं संचालित हो रहीं हैं। वहीं जनपद में कुछ लोग सरकार की इस मंशा पर पलीता लगाने पर तुले हुए हैं। नए पेड़ लगाना तो दूर, पुराने पेड़ों को ही काटने पर आमादा हैं।
फ्रीगंज रोड स्थित फ्लाईओवर के पास से रेलवे स्टेशन तक जाने के लिए रेलवे सड़क के दोनों तरफ हरे भरे पेड़ खड़े थे। पेड़ों की छांव के कारण इसे ठंडी सड़क के नाम से भी जाना जाता है। लेकिन इन दिनों सड़क के किनारे लगाए गए पेड़ों का कटान किया जा रहा है। रेलवे स्टेशन के आसपास व सडक़ के दोनों तरफ 227 पेड़ों का कटान कराया गया है, जबकि पौधरोपण अभियान के इस वर्ष रेलवे द्वारा एक भी पौधा नहीं लगाया गया है।
आईओडब्ल्यू वीके त्यागी का कहना है कि कुछ पेड़ सूख गए थे और कुछ पेड़ अपनी उम्र पूरी कर चुके हैं। आंधी के दौरान रेलवे की बिल्डिंग पर पेड़ भी गिर जाते थे। जिनका वन विभाग की अनुमति के बाद कटान कराया गया है।