जनपद हापुड़/ देश में टमाटर की कीमतों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी के बाद अब प्याज के भाव ने भी आसमान छूना शुरू कर दिया है। प्याज के दामों में उछाल आना शुरू हो गया है।
हापुड़ मंडी में बुधवार और बृहस्पतिवार के प्याज के दामों में बढ़ोतरी दर्ज की गई। मंडी में थोक में प्याज 17 से बढ़कर 25 रुपये प्रति किलो हो गए। जबकि बाजार में इसकी कीमत 30 रुपये किलो है। व्यापारियों की माने तो आने वाले दिनों में प्याज के दाम और बढ़ने की उम्मीद है।
पिछले दो महीने से टमाटर के दाम आसमान छू रहे थे। टमाटर के दाम हापुड़ में 250 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए थे। हालांकि अब कुछ राहत जरूर मिली है। बाजार में अब टमाटर 140 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। टमाटर के बाद अब प्याज ने लोगों के आंसू निकालने शुरू कर दिए हैं।
महाराष्ट्र की लासलगांव मंडी को एशिया की सबसे बड़ी प्याज की मंडी माना जाता है। इसके अलावा नासिक से भी हापुड़ में प्याज आता है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र से अन्य राज्यों को निर्यात होने वाली प्याज की आपूर्ति प्रभावित हो रही है। बरसात के मौसम में आलू-प्याज के रखरखाव में दिक्कत होती है। इससे जिले में प्याज के दामों में उछाल आ गया है। महंगी प्याज लोगों के आंसू भी निकाल रही है, लेकिन लोग खरीदने को मजबूर हो रहे हैं।
वहीं दामों के हिसाब से अन्य सब्जियों का इतराना भी शुरू हो गया है। प्याज से इतर आलू, भिंडी, तोरी, लोकी सहित अन्य सब्जियों पर भी महंगाई की मार दिखने लगी है।
सब्जी विक्रेता किशोर कुमार ने बताया कि टमाटर के महंगे होने के कारण होटलों और ठेलों पर प्याज को चटनी के रूप में प्रयोग किया जा रहा है। टमाटर के महंगे होने के बाद सलाद के रूप में भी प्याज की मांग बढ़ी है। इसके अलावा आवक भी कम हो रही है, जिससे प्याज के दामों के और बढ़ने की उम्मीद है।
टमाटर के बाद प्याज महंगी होने से आम जमता परेशान हो गई है। लोगों का कहना है कि इसी तरह से प्याज, टमाटर और हरी सब्जियों की कीमतें बढ़ती रहीं, तो आने वाले दिनों में खाने के लाले पड़ जाएंगे।