जनपद हापुड़ में राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में जिले के दो गांवों ने स्वच्छता, कूड़ा निस्तारण, घर-घर से कूड़ा कलेक्शन, गीले कूड़े से वर्मी कंपोस्ट में रहरवा व भैना सदरपुर गांव ने पास होकर राज्य स्तरीय परीक्षा में सफलता हासिल कर ली है। अब जल्द ही केंद्रीय स्तर से आने वाली स्वच्छता सर्वेक्षण टीम सर्वेक्षण करेगी। भारत के स्वच्छ गांवों में शामिल होने पर जहां जिला प्रशासन और ग्राम प्रधान को प्रशस्ति पत्र मिलेंगे, वहीं गांवों के विकास के लिए अतिरिक्त बजट भी मिलेगा।
स्वच्छ भारत मिशन के तहत सरकार ने शहर ही नहीं बल्कि हर गांव को भी स्वच्छ बनाने की योजना संचालित की हुई है। गांवों में भी घर-घर से गीला और सूखा कूड़ा लेने, कूड़े से वर्मी कंपोस्ट तैयार करके अथवा अन्य तरीके से कूड़े का निस्तारण करने, प्रतिदिन गांवों की गली मोहल्लों की सफाई होने, हर घर में और सामुदायिक व सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण किए जाने के लिए सरकार ने खजाना खोला हुआ है।
जिला प्रशासन की रिपोर्ट की बात करें तो जिले के 15 ग्राम पंचायतों के सबसे स्वच्छ होने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। जिनमें धौलाना ब्लॉक से धौलाना, पीपला बंदरपुर, आजमपुर, हापुड़ ब्लॉक असौड़ा, उपैड़ा, कस्तला कासमाबाद, सिंभावली से मुरादपुर, राजपुर की मंढैय्या, सरुरपुर व गढ़मुक्तेश्वर ब्लॉक से रहरवा, भैना सदरपुर, बहादुरगढ़, आलमनगर को राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत जिले के सबसे स्वच्छ गांवों की सूची में शामिल किया गया है।
जिला पंचायती राज अधिकारी वीरेंद्र सिंह का कहना है कि राज्य स्तरीय स्वच्छता सर्वेक्षण रिपोर्ट में गढ़मुक्तेश्वर ब्लॉक के रहरवा व भैना सदरपुर में जल्द ही केंद्रीय सर्वेक्षण टीम सर्वे के लिए पहुंचेगी।