जनपद हापुड़ में कांवड़ यात्रा के बाद जैसे ही रूट डायवर्जन हटा, शहर में जाम लग गया। सोमवार को जाम लगने से लोग परेशान रहे। सुबह से ही वाहन सड़कों पर रेंगते रहे। तहसील चौपला, मेरठ रोड, दिल्ली रोड के अलावा ततारपुर बाईपास पर जाम की स्थिति रही।
इस दौरान पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों के अलावा एंबुलेंस भी जाम में फंसी रही। कांवड़ यात्रा के कारण पिछले करीब एक सप्ताह से वाहनों को हाईवे से डायवर्ट कर दिया था। लेकिन कांवड़ यात्रा संपन्न होने के बाद सोमवार को वाहनों का दबाव बढ़ गया। सुबह स्थिति ठीक थी, लेकिन दस बजे के बाद हालात बिगड़ गए।
दोपहर 12 बजे से शाम पांच बजे तक शहर में भयंकर जाम लगा रहा। कुछ ही देर में दिल्ली गढ़ रोड पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। मेरठ और बुलंदशहर रोड का भी यही हाल रहा। इस दौरान यातायात पुलिस जाम खुलवाने के लिए मशक्कत करती नजर आई। सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं। कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस कर्मियों ने जाम खुलवाया। लेकिन बार बार जाम लगता रहा। जिससे पुलिस कर्मी व जनता दोनों परेशान नजर आए।
मेरठ तिराहा और हापुड़ चौपला पार करने में एक घंटे से भी अधिक का समय लग गया। लोग वाहनों में फंसे रहकर जाम को कोसते रहे। शाम को ही लोगों को राहत मिल सकी। इसके अलावा ततारपुर बाईपास पर जाम रहा। इस जाम से जनता परेशान है।
शहर में जाम की समस्या का कारण ई-रिक्शा व ऑटो भी बन रहे हैं। प्रमुख चौराहों के आसपास बेतरतीब तरीके से सड़कों पर खड़े करके सवारी बैठाते हैं। ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी चौराहों पर मौजूद रहते हैं। इनके कारण जाम लग जाता है। अगर कोई वाहन चालक विरोध करता है तो ये अभद्रता भी करती हैं। पूर्व में जाम की समस्या से निटपने के लिए ई- रिक्शा व ऑटो चालकों के लिए रूट भी तय कर दिया गए थे और निर्धारित स्टैंड भी बनाया गया, लेकिन कुछ दिन के बाद स्थिति फिर से वही हो गई।
सीओ अशोक कुमार सिसौदिया का कहना है कि जाम से निजात के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। कांवड़ यात्रा के दौरान सड़कों पर वाहनों का दबाव बढ़ने से जाम जैसे हालात रहे।