जनपद हापुड़ जिले में 25 फीसदी से अधिक बिजली चोरी हो रही है, जिसे पकड़ने में डिवीजन के अधिकारी नाकाम हुए हैं। अब विजिलेंस को जिम्मेदारी सौंपी है, लेकिन मुखबिर नहीं मिल पाने के कारण यह तंत्र भी लाइनलॉस कम करने में पिछड़ रहा है।
हापुड़ डिवीजन के पांच फीडर पर सबसे अधिक चोरी है। लेकिन जांच के दौरान यहां कुछ नहीं मिल पाता, विजिलेंस अब किसी भी तरह यहां के लोगों से संपर्क साधकर, विभिषण तलाश रहा है। जिले के पांच सबसे अधिक लाइन लॉस वाले फीडरों की निगरानी की जा रही है। बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ सीधे एफआईआर की जाएगी।
बिजली की चोरी से राजस्व की क्षति हो रही है, बीते दिनों गढ़ डिवीजन क्षेत्र के एक गांव में विजिलेंस ने रात में छापा मारकर 30 लाख से अधिक की बिजली चोरी पकड़ी थी। उसी दौरान बिजलीघर से गांव की आपूर्ति काट दी गई थी ताकि अभियान फेल हो जाए। लेकिन विजिलेंस ने बैटरी की टॉर्च से ही अभियान को पूरा किया था।
समीक्षा में भी बिजली कर्मचारियों की भूमिका पर सवाल उठाए गए थे। अब स्थानीय रिपोर्ट के आधार पर शासन ने हापुड़ के दो, पिलखुवा के दो और गढ़ डिवीजन के एक फीडर को सर्वाधिक चोरी वाले फीडर में चिन्हित किया है।
अधीक्षण अभियंता यूके सिंह- का कहना है विजिलेंस की टीम जिले के पांच सबसे अधिक लाइन लॉस वाले फीडरों की निगरानी कर रही है। बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ सीधे एफआईआर के आदेश हैं। लगातार कार्यवाही की जा रही हैं।