जनपद हापुड़ में बढ़ती गर्मी के कारण लोगों का बुरा हाल हो रहा है। गर्म हवाओं के चलते लू के थपेड़ों से लोगों के चेहरे झुलस रहे हैं। साथ ही हीट स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ रहा है।
ऐसे में चर्म रोग विशेषज्ञों के पास भी मरीजों की संख्या बढ़ रही है। लगातार तापमान बढ़ता जा रहा है। सोमवार को तापमान 42 डिग्री तक पहुंच गया, गर्मी के बचने के लिए लोग घरों में कैद होने को मजबूर है। गर्मी का कहर अपने पूरे शबाब पर है। लू के थपेड़ों से चेहरे झुलस रहे हैं। लोग अपने चेहरों को ढककर चल रहे हैं और कोशिश कर रहे हैं।
पारा दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। चिलचिलाती धूप और लू के थपेड़ों ने लोगों का हाल बेहाल किया हुआ है। दिन निकलते ही सूर्य देवता का कहर बरसना शुरू हो जाता है। तापमान में वृद्धि होने की वजह से लोगों को दोपहर के समय घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। दोपहर के समय तेज लू और गर्म हवाएं चलने की वजह से सड़कों पर वाहनों की संख्या में कमी देखी जा सकती है।
सोमवार को अधिकतम तापमान 42 डिग्री तक पहुंच गया। जबकि न्यूनतम तापमान भी 31 डिग्री सेल्सियस रहा। ऐसे में लोग गर्मी से बचने के लिए घरों से बाहर निकलने में भी कतरा रहे और राहत पाने के लिए कूलर, एसी, पंखे का सहारा ले रहे हैं।
मौसम विशेषज्ञ डॉ. अशोक कुमार का कहना है कि इस सप्ताह गर्मी से राहत की उम्मीद नहीं दिखाई दे रही है। रविवार के बाद से मौसम में बदलाव और बारिश होने की संभावना बन रही है।
चर्म रोड विशेषज्ञ डॉ. एसके गुप्ता का कहना है कि गर्मी में बाहर निकलने से पहले चेहरे पर संस क्रीम का प्रयोग करें। दोपहिया वाहन पर चलते समय चेहरे को ढककर रखें। पिछले कुछ दिनों में स्किन बर्न के मामले में बढ़े हैं। ऐसे मरीज लगातार पहुंच रहे हैं।