जनपद हापुड़ में मेरठ-गढ़ हाईवे-709ए के चौड़ीकरण का कार्य तेजी से चल रहा है। दो मुख्य हाईवे मेरठ-गढ़ और मेरठ से हापुड़ को जोड़ने वाले बाईपास का निर्माण भी शुरू हो गया है। उधर, हाईवे के किनारे स्थित गांव मऊखास के पास फिर से हाईवे का रास्ता रोक कर रूट डायवर्जन किया गया है। यहां पुलिया का निर्माण किया जाएगा।
हाईवे-709ए का चौड़ीकरण का कार्य निर्धारित समय सीमा से करीब 16 माह की देरी से शुरू हुआ। जिस कारण चौड़ीकरण का काफी कार्य अभी अधूरा ही है। लेकिन निर्माण कंपनी का दावा है कि अभी तक करीब 35 फीसदी कार्य पूरा कर लिया गया है। रास्ते में पड़ने वाले नालों व नहर पर पुल बनाने का कार्य शुरू हो चुका है और किनारे खड़े पेड़ों का कटान, विद्युत लाइन के पोल, सरकारी नल, स्थायी निर्माण को हटाने का कार्य भी तेजी से पूरा किया जा रहा है।
हाई 709ए व मेरठ हापुड़ हाईवे 334 को जोड़ने के लिए मेरठ के सिसौली से पहले बाईपास निकाला जा रहा है। जो मेरठ हापुड़ रोड पर फफूंडा को जोड़ेगा करीब छह किलोमीटर लंबा यह हाईवे होगा और छह किलोमीटर लम्बे बाईपास के लिए किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया गया है। इसके अलावा बिजनौर हाईवे को जोड़ने वाले बाईपास का निर्माण भी इस रोड पर शुरू हो गया है।
गांव मऊखास के पास हाईवे का रास्ता रोक कर यहां पुलिया का निर्माण कार्य शुरू किया। हाईवे रोकने से पहले किनारे पर ही कच्ची सड़क तैयार की गई और यहां से वाहनों का आवागन शुरू कराया गया। हालांकि दिन के समय कच्ची सड़क पर वाहनों के निकलने के दौरान यहां एक-दो बार पानी डाला जाता है। लेकिन शाम होते ही कर्मचारी गायब हो जाते हैं। जिस कारण यहां घनी धूल उड़ती है औ रात में वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है।
पीडी मेरठ दिनेश चतुर्वेदी- ने बताया की हाईवे चौड़ीकरण के लिए अधिकांश जमीन का अधिग्रहण किया जा चुका है। जबकि गढ़ में कुछ किसानों का विवाद है। ऐसे मामलों को सुलझाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। बरसात से पहले अधिक से अधिक कार्य को पूरा किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं।