हापुड़ में सेटेलाइट रोडवेज बस अड्डा बनाए जाने की कवायद शुरू हो गई। बस से सफर करने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर है। इसके निर्माण के लिए रोडवेज डिपो के अधिकारियों द्वारा बुलंदशहर रोड पर तीन हेक्टेयर जमीन की तलाश की जा रही है। जमीन के लिए एआरएम ने डीएम को पत्र लिखकर भूमि की मांग की है।
हापुड़ में मेरठ रोड पर रोडवेज बस अड्डा, डिपो और वर्कशाप एक साथ हैं और यह तीनों ही शहर के बीच में हैं। यहां से विभिन्न मार्गों के लिए 97 बसों का संचालन होता है। इससे बस अड्डे के आसपास और शहर में जाम की स्थिति बनी रहती है। बस अड्डे में पीछे की तरफ वर्कशाप भी बनी है, जहां दर्जनभर बसें हमेशा खड़ी रहती हैं। सुविधाओं की बात करें तो वह भी अधूरी हैं। बसें पुरानी हो चुकी हैं और व्यवस्थाएं भी दुरुस्त नहीं है।
शहर में जाम की समस्या को देखते हुए दिन के समय लंबे रूट की बसों का संचालन शहर से न होकर बाईपास से ही होता है। वहीं, चालक बसों को रात्रि के समय में भी शहर से बसें नहीं निकालते और बाईपास पर ही सवारियां उतार देते हैं। ऐसे में यात्रियों को लंबे रूट पर परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जिससे रोजाना सफर कर रहे यात्रियों को दिक्ततें होती है।
अधिकारियों से भी इसकी अनेक बार शिकायत की जा चुकी है। इस समस्या के चलते यात्रियों के सफर को सुगंम बनाने के लिए रोडवेज विभाग के अधिकारियों ने बुलंदशहर रोड पर सेटेलाइट बस अड्डा बनाने के लिए जिलाधिकारी को पत्राचार कर तीन हेक्टेयर जमीन मांगी है। बस अड्डा बनने से एक ओर जहां लोगों को शहर के जाम से मुक्ति मिलेगी, वहीं लंबे रूट के यात्रियों को परेशान नहीं होना पड़ेगा।
बुलंदशहर रोड पर तीन हेक्टेयर जमीन की तलाश की जा रही है। जमीन की तलाश पूरी होते ही विभागीय अधिकारियों को प्रस्ताव भेजा जाएगा। यहां से उत्तराखंड, दिल्ली, आदि प्रदेशों व दूरस्थ स्थानों के लिए रोडवेज बसें मिलेंगी। जिससे यात्रियों का सफर आसान हो जायेगा।
सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक संदीप कुमार नायक- ने बताया की यात्रियों को हाईटेक सुविधा दिलाने के लिए सेटेलाइट रोडवेज बस अड्डा बनाने की योजना तैयार की गई है। इसके लिए डीएम को पत्र लिखकर बुलंदशहर रोड पर तीन हेक्टेयर जमीन उपलब्ध कराने की मांग की गई है। जमीन मिलते ही शासन को प्रस्ताव भेजकर बजट मांगा जाएगा। बस अड्डा बनने से यात्रियों के लिए सुविधाएं बढ़ेगी और उनका सफर भी आसान होगा।