जनपद हापुड़ में कोरोना महामारी के बाद से सेहत के प्रति लोग सचेत हो रहे हैं। दो साल में ओपीडी ढाई गुना बढ़ी है, पैथोलॉजी लैब में जांच कराने वालों की संख्या भी करीब दोगुनी तक पहुंच गई है। योग, व्यायाम के साथ ही मोटे अनाज के प्रयोग को बढ़ावा दे रहे हैं। जिससे खानपान में भी बदलाव आया है।
वर्ष 2020 में कोरोना आया था, इसके पहले ओपीडी में अधिकांश मरीज ऐसे आते थे, जो गंभीर बीमारियों से घिरे होते थे। बुखार, नजला, जुकाम होने पर मरीज घरेलू नुस्खों को अपनाते थे या फिर झोलाछापों से दवा ले लेते थे। लेकिन कोरोना महामारी में मची तबाही के बाद से लोग सेहत के प्रति सचेत हो गए हैं। कोरोना के बाद से हर मरीज पहले चरण में ही अच्छा परामर्श लेकर, स्वस्थ हो रहा है।
सरकारी अस्पतालों में जहां प्रतिदिन 2200 से तीन हजार मरीज पहुंचते थे, इन दिनों ओपीडी में यह संख्या बढ़कर 4500 तक पहुंच गई है। वहीं, कोरोना से पहले रोज 450 से 650 लोगों की जांच होती थी, अब आंकड़ा बढ़कर 1200 के ऊपर पहुंच गया है।
हापुड़ सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- ने बताया की मरीज अब पहले से ज्यादा जागरूक हो रहे हैं, कोरोना के बाद से अस्पतालों की ओपीडी में काफी भीड़ बढ़ गई है। जांच के लिए बड़ी संख्या में नमूने जुटाए जा रहे हैं। स्वास्थ्य को लेकर लोगों की दिनचर्या में भी बदलाव देखा जा रहा है।