जनपद हापुड़ में बृहस्पतिवार शाम बेमौसम बरसात और आंधी ने फसलों को तबाह कर दिया है। गेहूं की फसल को पहले ही 16 फीसदी तक नुकसान हो चुका है, अब दो दिन और बारिश के आसार हैं। जिसको लेकर किसान चिंता में है।
बीते सप्ताह बरसात के कारण 15 फीसदी सरसों और 16 फीसदी तक गेहूं तबाह होने की रिपोर्ट जिला प्रशासन ने तैयार की थी। लेकिन फसल क्षति के मुआवजा की कसौटी पर यह क्षति सटीक नहीं बैठ सकी, ऐसे में जिन किसानों ने फसलों का बीमा नहीं कराया, उन्हें कोई क्षतिपूर्ति नहीं हुई। जिससे किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है।
अब बृहस्पतिवार को शाम करीब छह बजे तेज तूफान आंधी चली, जिसने गेहूं की फसल को गिरा दिया। फसल गिरने से उत्पादन पर भारी असर पड़ेगा। जिन खेतों में सरसों कटी पड़ी है, उसकी निकासी भी मुश्किल होगी।
गवानी को भारी नुकसान है, क्योंकि अभी बोर पर आम बनना शुरू ही हुआ है जो बारिश में धुल गया। सब्जी की खेती करने वाले किसानों को कड़ा झटका लगा है, क्योंकि इस मौसम में ये फसलें झमाझम बारिश को झेलने में सक्षम नहीं होती।
कृषि वैज्ञानिक अशोक कुमार का कहना है कि दो दिन और बारिश के आसार हैं। ऐसे में फसलों को बचाना किसानों के लिए मुश्किल हो गया है। किसानों ने फसल क्षति की भरपाई की मांग उठाई है।
उप कृषि निदेशक डॉ. वीबी द्विवेदी- ने बताया की बेमौसम बारिश से गेहूं, बागवानी, सब्जी समेत अन्य फसलों को नुकसान है। फसल क्षति का सर्वे कर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी। दो दिन और बारिश के आसार हैं।