जनपद हापुड़ में रोडवेज डिपो यात्रियों के सफर को सुगम बनाने के लिए हर 10 मिनट में बस सेवा देना का भले ही दावा करता है। लेकिन नोएडा मार्ग पर सिर्फ छह बसों के संचालन से डिपो के दावे फेल साबित होते दिख रहे हैं। यात्रियों को आधे घंटे तक इंतजार करना पड़ता है। जिससे रोजाना यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
इसके साथ ही दिल्ली मार्ग पर पर रोजाना हजारों यात्री सफर करते हैं, लेकिन बसों की संख्या कम होने के कारण कुल 100 फेरे लगाए जाते हैं, जिस वजह से यात्रियों को बसों का इंतजार करना पड़ता है। डग्गामार वाहन इसी चीज का फायदा उठाकर अपनी जेब भर रहे हैं।
रोडवेज डिपो द्वारा विभिन्न मार्गों पर 99 बसों का संचालन किया जाता है। जिनमें से सबसे अधिक छह बसें दिल्ली, गाजियाबाद रूट पर संचालित हैं। इन बसों के द्वारा दिन में करीब 40 फेरे लगाए जाते हैं लेकिन, यात्रियों की संख्या के आगे दिन में 40 फेरे नाकाफी हैं। रोडवेज डिपो यात्राओं के लिए भले ही हर 10 मिनट में बस सेवा देने का दावा कर रहा है। लेकिन यात्रियों को बस के इंतजार में परेशान होना पड़ता है।
इसके साथ ही दिल्ली, गाजियाबाद मार्ग पर रोजाना करीब 20 हजार नौकरी पेशा लोगों के साथ शहर से काफी संख्या में यात्री सफर करते हैं। जिनके लिए बसें 100 फेरे लगाती हैं। यात्रियों की संख्या को देखते हुए ये काफी नहीं हैं। समय से बस न मिलने पर यात्रियों को इंतजार करना पड़ता या फिर मजबूरी डग्गामार, निजी वाहनों में सफर कर जेब ढीली करनी पड़ती है।
यात्रियों का कहना है कि दिल्ली बरेली मार्ग सहित लंबे रूटों पर चलने वाली बसें शहर से न होकर बाईपास से ही गुजर जाती हैं। बसों के फेर कम होने से यात्रियों को रोजाना बसों का इंतजार व भीड़ का सामना करना पड़ता है। वहीं डग्गामार बसें भी यात्रियों से मनमाना किराया वसूलती हैं, जब रोडवेज नहीं मिलती तो मजबूरी में उन्हीं में सफर करना पड़ता है। ये बसें जगह-जगह रूककर चलती हैं। किराया तो ज्यादा देना ही पड़ता है वहीं देर से भी पहुंचते हैं।
सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक संदीप कुमार नायक ने कहा है कि 25 बसों की मांग शासन से की गई है। दिल्ली नोएडा रूट पर अनुबंधित बसों का संचालन कराकर यात्रियों की परेशानी समाप्त कर उन्हें राहत दिलाई जाएगी।