हापुड़ में गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य में बारिश के दौरान होने वाले व्यवधान की भरपाई की जा सके, इसके लिए कार्य में तेजी के निर्देश दिए गए हैं। गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण को लेकर शासन गंभीर है। भराव वाले स्थानों पर काली सड़क बनाने का कार्य तेज कर दिया गया है।
अधिकारियों का दावा है कि मेरठ के बिजौली से गांव नारायणपुर तक 10 फीसदी कार्य पूरा कर लिया गया है। बरसात से पहले कार्य मैं तेजी लाने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है।
गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण जिले में प्रगति पर है। मेरठ के बिजौली से बन रहे इस हाईवे का निर्माण इस उद्देश्य से किया जा रहा है कि प्रयागराज तक का सफर सुगम हो सके। इसके अलावा 2025 के कुंभ मेले से पहले इसका निर्माण होने पर भी जोर दिया जा रहा है।
कार्यदायी संस्था आईआरबी इंफ्रा और एलएडंटी के अधिकारियों से कहा गया है कि बारिश के दौरान निर्माण में व्यवधान की भरपाई पूरी करने के लिए कार्य में तेजी लाई जाए। खासकर जिस स्थान पर मिट्टी के हो चुका भराव का कार्य पूरा है वहां काली सड़क का निर्माण कार्य करा दिया जाए, ताकि बारिश में मिट्टी बहने की स्थिति न बने।
हालांकि एक्सप्रेसवे के भराव के लिए मिट्टी मुख्य समस्या अभी भी बनी हुआ है। लेकिन किसानों की गन्ने और गेहूं की कटाई पूरी होने के बाद मिट्टी मिलने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। ऐसे में अप्रैल मई महीनों में कार्य में तेजी आने की पूरी उम्मीद है।
एक्सप्रेसवे का निर्माण मेरठ के गांव बिजौली से ही शुरू हुआ था। अधिकारियों का दावा है कि बिजौली से गांव नरायणपुर के बीच दस फीसदी कार्य पूरा कर लिया गया है। इसमें दोनों तरफ की तीन किलोमीटर काली सड़क भी शामिल है।जबकि आने वाले दिनों में यहां और तेजी से कार्य किया जाएगा।
इसके अलावा गांव बिजौली और खरखौदा के बीच इंटरचेंज बनाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। यहां गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ से बुलंदशहर जाने वाले एनएच 334 को इंटरचेंज करेगा। इसके लिए यहां विशाल गोल चक्कर बनाए जाने की तैयारी कर दी गई है वहा से वाहन चालक दो हाईवों पर आ जा सकेंगे।
आईआरबी, सीजीएम अनूप सिंह- मिट्टी मिलने में आ रही दिक्कतों, लाइन शिफ्टिंग, पेड़ कटान या रास्ते में आ रहे निर्माण की बाधाओं को दूर करने के लिए लखनऊ स्तर से टीम का गठन किया गया है। यह टीम स्थानीय प्रशासन के माध्यम से आ रही इस प्रकार की बाधाओं को दूर करने में मदद करेगी। बरसात से पहले कार्य मैं तेजी लाने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है। ।