जनपद हापुड़ में रसोई गैस के दामों में एक बार फिर से पचास रुपये की बढ़ोत्तरी की गई है। रसोई गैस के दाम अब ग्यारह सौ रुपये के पार चले गए हैं।
गृहणी अलका का कहना है कि जिस तरह से लगातार रसोई गैस के दाम बढ़ रहे हैं, उससे रसोई को संभालना मुश्किल होता जा रहा है। क्योंकि केवल रसोई गैस ही महंगी नहीं हो रही है बल्कि रसोई की जरूरत का सारा सामान ही काफी महंगा हो चुका है। सरकार को रसोई का संचालन सुचारू रुप से चलता रहे, इसके लिए कोई ठोस कदम उठाना चाहिए।
गृहणी गीतांशी शर्मा का कहना है कि आज जब रसोई गैस सिलेण्डर के दाम 1100 रुपये पहुंच गए हैं, तब भी परिवार की आय इतनी ही थी जितनी 500 रुपये रसोई गैस सिलेंडर के समय थी।
लगातार बढ़ती महंगाई से मध्यम वर्गीय परिवारों को ही ज्यादा दिक्कत हो रही है, क्योंकि निचला तबका तो लकड़ी के चूल्हे पर भोजन पका लेता है और उच्च वर्गीय परिवारों पर महंगाई का कोई ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता।
गृहणी कुमारी उषा का कहना है कि जिस तरह से सरकार गृहणी की समस्याओं से उदासीन बनी बैठी है उससे ज्यादा चिंता होती है। महंगाई बेशक सभी वर्गों के लिए चिंता का विषय है लेकिन मध्यम वर्ग को यह ज्यादा प्रभावित करता है। एक साथ पचास रुपये सिलेंडर पर बढ़ाये जाने से रसोई के बजट का प्रभावित होना स्वभाविक है।
गृहणी ज्योति शर्मा का कहना है कि रसोई गैस के दाम बढ़ने का असर रसोई पर ही नहीं बल्कि घर के पूरे बजट पर पड़ता है।