जनपद हापुड़ देहात पुलिस व एसओजी की टीम ने सोमवार की दोपहर अन्तर्राज्य वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है।
थाना हापुड़ देहात पुलिस व एसओजी टीम द्वारा चेकिंग के दौरान रोके जाने पर संदिग्ध होने का एहसास हुआ। जिस पर रोके गए संदिग्धों से पूछताछ की गई तो पता चला कि ये अन्तर्राज्य वाहन चोर गिरोह के तीन शातिर वाहन चोर सोनू निवासी मौहल्ला व्यापारीयान कस्बा व
थाना मुरादनगर, फारूख निवासी ग्राम सोन्दा थाना निवाड़ी, शहनवाज उर्फ गोलू पुत्र इरफान निवासी बेगमाबाद थाना मोदीनगर को गिरफ्तार किया है, उनके कब्जे से चोरी की चार कार व भारी मात्रा में वाहन चोरी करने के उपकरण बरामद हुए हैं। इनमें फारूख को मास्टरमाइंड बताया गया है।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि गिरफ्तार बदमाश शातिर किस्म के अपराधी हैं। जिनके विरूद्ध उत्तराखण्ड गौतमबुद्धनगर व गाजियाबाद में चोरी, आबकारी, आर्म्स एक्ट व हत्या का प्रयास आदि के करीब 2 दर्जन अभियोग पंजीकृत है।
गिरफ्तार बदमाश अन्य राज्यों व एनसीआर क्षेत्र से वाहनों को चोरी करते थे तथा वाहनों की नम्बर प्लेट बदलकर वाहनों को बेच देते थे।
एनसीआर व उत्तराखंड से चोरी कार बिहार में बेचते थे वाहन चोर गिरोह का मास्टरमाइंड फारूख और उसके साथी कार चोरी के लिए बेहद शातिराना तरीका अपनाते थे। ये चोरी की गई कार को मात्र साठ हजार रुपये और आने जाने पर होने वाले खर्चें में बिहार में बेच देते थे।
एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि पकड़े गए चोर गाड़ी चुराने के लिए नोएडा, गाजियाबाद, दिल्ली और उत्तराखंड को अपना निशाना बनाते थे। गाड़ी चुराने के लिए ये सबसे पहले गाड़ी के सायरन को फेल कर देते थे।
उसके बाद गाड़ी में लगे जीपीएस को अपने उपकरणों के जरीए खराब करके मास्टर चाबी से गाड़ी चोरी कर लेते थे। इसके बाद किसी सुनसान इलाके में गाड़ी को ले जाकर उसकी नंबर प्लेट बदल देते थे।
जिसके बाद गाड़ी को बिहार में मात्र साठ हजार रुपये तथा आने जाने में खर्च होने वाले पेट्रोल व ट्रेन का किराया आदि लेकर बेच देते थे। एसपी ने बताया कि बिहार में बेची गई कारों को ट्रेस कराया जा रहा है।