जनपद हापुड़ में मौसम बदलाव से सोरायसिस और एक्जिमा के रोगियों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। शुष्क त्वचा और आंखों के नीचे एलर्जी सुकून छीन रही है।
चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ. अमरजीत सिंह हैं कि इस समय एक्जिमा और सोरायसिस के करीब 70 से 80 रोगी प्रतिदिन आ रहे हैं। इस बीमारी में तेज खुजली होती है और त्वचा भी मोटी होने लगती है, जो खुजलाने से पक तक जाती है।
वहीं नमी के अभाव में त्वचा से सफेद पपड़ी सी निकलने लगती है। शुरूआती दौर में ध्यान न दिए जाने पर यह जोड़ों तक फैलकर सोरायसिस के ऑर्थराइटिस हो जाती है। इससे बचाव के लिए मरीजों को शरीर गर्म रखने की सलाह दी जाती है।
सीएचसी अधीक्षक-डॉ. दिनेश खत्री ने बताया कि हवाओं के कारण त्वचा की नमी सूख जाती है। इससे तमाम तरह के त्वचा रोग होने की आशंका बढ़ जाती है। इसलिए ठंड में त्वचा का विशेष ध्यान रखें।
नमी बनाए रखने के लिए नारियल या फिर सरसों के तेल से मालिश करें। कुछ देर धूप में अवश्य बैठें। त्वचा पर दाने या फिर चकत्ते आदि दिखाई देने पर अस्पताल आकर दिखाएं।