मार्च में खुर्जा से खतौली तक मालगाड़ी का ट्रायल होगा शुरू, जून के बाद मालगाड़ी का संचालन शुरू करने की योजना
जनपद हापुड़ में मालगाड़ी के लिए बनाया जा रहा डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर का ईस्टर्न कोरिडोर खुर्जा, हापुड़, मेरठ, खतौली, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर से होकर गुजर रहा है।
माल ढुलाई के लिए देश के अंदर सबसे बड़ी रेलवे लाइन बिछाई जा रही है। इसको डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर नाम दिया गया है। वर्तमान में दो कॉरिडोर बन रहे हैं। ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर की लंबाई 1839 किलोमीटर रखी गई है।
इसमें खुर्जा से सहारनपुर तक 222 किलोमीटर है। इसका निमार्ण अलग-अलग कंपनी तेज गति से कर रही हैं। खुर्जा से खतौली के बीच 84 प्रतिशत निर्माण हो चुका है।
15 फरवरी तक कनैक्टीविटी का काम पूरा होगा निर्माण कर रही कंपनी के मैनेजर ने बताया कि 15 फरवरी तक खतौली में चल रहे कनैक्टीविटी का काम पूरा कर दिया जाएगा।
जिसके बाद ट्रायल की तैयारी चलनी शुरू हो जाएंगी। जून के बाद से इस पर मालगाड़ी का संचालन शुरू करने की योजना है। इसके अलावा सहारनपुर से आगे वाले ट्रेक पर भी जून तक ट्रायल की तैयारी है।
गुलावठी को न्यू गुलावठी, न्यू हापुड़ रघुनापुर में तथा न्यू पिलखुवा नंगौला में क्रांसिग स्टेशन बनाए गए हैं। इसके अलावा परतापुर, सकौती, दौराला आदि में भी इसी तरह है।
इन कॉरिडोर के निर्माण से मुख्य रेलवे लाइन से ट्रैफिक कम हो जाएगा। ऐसे में यात्री ट्रेनों की रफ्तार बढ़ जाएगी और कम से कम समय में वह अपनी दूरी तय कर सकेंगी।
माल ढुलाई परिवहन में इजाफा होगा और मालगाड़ियां बिना किसी समस्या के कॉरिडोर पर दौड़ती रहेंगी। लगभग 70 फीसदी मालगाड़ी कॉरिडोर के ट्रैक पर दौड़ेंगी।
15 फरवरी के बाद खुर्जा से खतौली के बीच डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के निमार्ण के पूरा होने पर प्रबंध निदेशक निरीक्षण करेंगे। इसके बाद फरवरी के अंत में अथवा मार्च में खुर्जा से खतौली के बीच मालगाड़ी का ट्रायल किया जाएगा।
मालगाड़ियों के लिए खुर्जा से चलकर बुलदंशहर के गुलावठी तथा मेरठ में लोडिंग स्टेशन प्रस्तावित हैं। जहां पर वेयर हाउस भी बनने हैं। इसके अलावा हापुड़ के पिलखुवा के पास अमीरपुर नंगौला गांव तथा अन्य स्थानों पर न्यू स्टेशन बनाए गए हैं, परंतु वहां पर कोई लोडिंग नहीं होगी। परतापुर में लोडिंग के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।
बुलंदशहर। खुर्जा से खतौली के बीच सात जगह इलेक्ट्रिसिटी का काम चल रहा है। खुर्जा से गुलावठी तक विद्युतीकरण का काम पूरा हो चुका है। बुलंदशहर में एक प्वाइंट पर बचा है। इसके अलावा मुर्शदपुर, घाट पाचली, दौराला सकौती के बीच विद्युतीकरण का काम बचा हुआ है। इसके लिए 28 फरवरी तक पूरा काम किया जाना प्रस्तावित है।