हापुड़ | कभी जोश और ऊर्जा की पहचान माने जाने वाले युवा, आज 25 की उम्र में ही थकान, बीमारियों और दवाइयों की गिरफ्त में आ रहे हैं। बदलती जीवनशैली, जंक फूड, तनाव और देर रात तक स्क्रीन टाइम ने युवाओं की सेहत को गहराई से प्रभावित किया है।
📊 आंकड़े चौंकाने वाले
हापुड़ जिले में 10,000 से अधिक युवा ऐसे चिन्हित किए गए हैं जो मधुमेह, उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों से जूझ रहे हैं। इतना ही नहीं, मानसिक बीमारियां भी तेजी से युवाओं को अपनी चपेट में ले रही हैं।
🩺 डॉ. अशरफ अली, फिजिशियन (CHC):
“18 से 35 वर्ष की उम्र के युवाओं में मोटापा एक महामारी बन चुका है। यह आगे चलकर दिल के रोग, फैटी लिवर, स्ट्रोक जैसी घातक बीमारियों का कारण बनता है।”
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⚠️ 25 की उम्र, लेकिन लक्षण 60 की उम्र के
बीमारी / समस्या | 25-30 की उम्र में बढ़ोतरी |
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मोटापा | बहुत अधिक |
मधुमेह / शुगर | सामान्य होता जा रहा है |
हाई ब्लड प्रेशर | तेजी से बढ़ रहा |
हार्मोनल असंतुलन | आम समस्या |
निसंतानता (Infertility) | पुरुषों और महिलाओं दोनों में |
मासिक धर्म संबंधी गड़बड़ी | अधिकतर युवतियों में |
मानसिक तनाव / डिप्रेशन | गंभीर रूप से बढ़ रहा |
🧠 मानसिक स्वास्थ्य भी खतरे में
डॉ. सुनील त्यागी (CMO) के अनुसार, युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए अलग ओपीडी और काउंसलिंग सुविधाएं शुरू की गई हैं। सोशल मीडिया, प्रतिस्पर्धा, और करियर का दबाव युवाओं को अवसाद और चिंता जैसी समस्याओं में धकेल रहा है।
🌱 समाधान क्या है?
🟢 आयुर्वेदाचार्य डॉ. धंवंतरि त्यागी कहते हैं:
“पहले जो रोग 50-60 की उम्र में होते थे, वे अब युवाओं में आम हो चुके हैं। यह सब खराब खान-पान और दिनचर्या का नतीजा है।”
✅ जरूरी बदलाव:
- संतुलित आहार
- सुबह की सैर और योग
- डिजिटल डिटॉक्स
- समय पर सोना
- मेंटल हेल्थ पर ध्यान
📌 निष्कर्ष
जब उम्र 25 हो और शरीर 50 का महसूस होने लगे, तो यह चिंता का नहीं, चेतावनी का समय है। हर युवा को अपनी जीवनशैली में सुधार लाने की जरूरत है — वरना “कामयाबी की दौड़” से पहले ही अस्पताल की कतार में खड़ा होना पड़ सकता है।