हापुड़ | जिले की दुर्गा ट्रेडिंग कंपनी पर उर्वरक सब्सिडी घोटाले के आरोपों के चलते बड़ी कार्यवाही की तैयारी की जा रही है। मामले में फंसी इस फर्म की फर्टिलाइज़र मैनेजमेंट सिस्टम (FMS) ID को भी जल्द निरस्त किया जा सकता है।
⚖️ लखनऊ भेजा जाएगा पत्र
जिला कृषि अधिकारी गौरव प्रकाश के अनुसार, फर्म की फर्टिलाइज़र आईडी रद्द करने के लिए लखनऊ स्थित विभागीय उच्चाधिकारियों को पत्र भेजा जा रहा है। इससे पहले कंपनी के दो लाइसेंस पहले ही बर्खास्त किए जा चुके हैं।
📦 कई जिलों और दिल्ली तक की गई थी अनियमित सप्लाई
जांच के दौरान सामने आया कि दुर्गा ट्रेडिंग कंपनी समेत चार फर्मों ने अपने लाइसेंस की शर्तों का उल्लंघन करते हुए अनुदानित यूरिया की आपूर्ति न केवल हापुड़ जिले में, बल्कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली तक की।
यह फर्में सिर्फ हापुड़ में बिक्री की अधिकृत थीं, लेकिन इन्होंने हजारों कट्टे खाद अन्य जिलों में बेच दिए, जिससे सरकारी सब्सिडी का दुरुपयोग हुआ।
🕵️♀️ जांच कमेटी सक्रिय
इस पूरे प्रकरण को लेकर गठित जांच कमेटी ने बृहस्पतिवार को भी विभिन्न बिंदुओं पर गहन पड़ताल की। अधिकारियों ने सब्सिडी घोटाले की संभावना को मजबूत माना है, और जल्द ही मामले में और भी नाम सामने आ सकते हैं।
“फर्टिलाइज़र मैनेजमेंट सिस्टम के तहत मिली ID को रद्द करने की प्रक्रिया चल रही है। संबंधित दस्तावेज़ लखनऊ भेजे जा रहे हैं।”
— गौरव प्रकाश, जिला कृषि अधिकारी
🧾 क्या है फर्टिलाइज़र मैनेजमेंट सिस्टम (FMS)?
FMS एक केंद्रीय प्रणाली है जिसके ज़रिए उर्वरक डीलरों को बिक्री की अनुमति मिलती है और सब्सिडी ट्रैक की जाती है। किसी फर्म का ID रद्द होना मतलब है कि वह सरकारी सब्सिडी वाले उर्वरक की बिक्री से पूरी तरह बाहर हो जाएगी।