गढ़मुक्तेश्वर/हापुड़ | गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर ने हापुड़ जनपद के गंगानगर गांव को पूरी तरह से अपनी चपेट में ले लिया है। गांव के मुख्य रास्ते, खेत और घर चारों ओर से पानी से घिर चुके हैं। अब हालात यह हैं कि गंगा की तेज धार आस-पास के अन्य गांवों की ओर भी बढ़ रही है, जिससे खतरे की आशंका और गहरा गई है।
📍 टापू पर बसे गांव में पानी की घुसपैठ
पिछले कुछ दिनों से गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। बृहस्पतिवार को गंगा का जलस्तर खतरे के निशान 199.00 मीटर से 22 सेंटीमीटर ऊपर यानी 199.22 मीटर तक पहुंच गया। इसका असर गंगानगर जैसे टापू पर बसे गांवों पर साफ दिखाई दे रहा है।
👨💼 प्रशासन ने लिया मोर्चा
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए डीएम अभिषेक पांडेय और एसपी ज्ञानंजय सिंह ने बुधवार रात ही खादर क्षेत्र के गांवों का निरीक्षण किया। वहीं, बृहस्पतिवार को करीब ढाई लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की वजह से शुक्रवार को हालात और बिगड़ने की आशंका जताई जा रही है।
⚠️ आसपास के गांवों में भी खतरा
लठीरा और काकाथेर जैसे गांवों में भी गंगा का पानी आबादी तक पहुंचने लगा है। निचले इलाकों में रहने वाले लोग अब ऊंचाई वाले स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। गांवों में चेतावनी जारी कर दी गई है।
🚨 राहत और बचाव के इंतज़ाम
प्रशासन ने स्थिति से निपटने के लिए तैयारी तेज कर दी है:
- तीन संवेदनशील स्थानों पर नाव और नाविक तैनात
- गांवों में साफ-सफाई और दवा का छिड़काव
- मेडिकल टीम को किया गया अलर्ट
- डीपीआरओ को राहत कार्यों के लिए गांवों में तैनात किया गया
“स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। प्रभावित गांवों में हर आवश्यक संसाधन मुहैया कराया जा रहा है।”
— संदीप सिंह, एडीएम
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