हापुड़। कांवड़ यात्रा के चलते जिले में 18 जुलाई सुबह 8 बजे से हाईवे पर रूट डायवर्जन लागू किया जा रहा है, जिससे भारी वाहनों का सामान्य मार्ग से आवागमन बंद हो जाएगा। इसका सीधा असर रोडवेज बसों और निजी वाहनों के सफर पर पड़ेगा। विशेष रूप से मुरादाबाद और बरेली जाने वाले यात्रियों को अब बुलंदशहर होकर लंबा रास्ता तय करना होगा, जिससे सफर महंगा हो जाएगा।
रूट डायवर्जन से बदलेगा मार्ग
सावन के पहले सोमवार के साथ कांवड़ यात्रा शुरू हो चुकी है और 23 जुलाई को शिवरात्रि के अवसर पर श्रद्धालु गंगाजल लाकर भगवान शिव का जलाभिषेक करेंगे। भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए प्रशासन ने भारी वाहनों और रोडवेज बसों के लिए वैकल्पिक मार्ग निर्धारित किए हैं। मुरादाबाद और बरेली जाने वाली बसों को अब बुलंदशहर के रास्ते भेजा जाएगा।
यात्रा में बढ़ेगा समय और खर्च
इस रूट परिवर्तन के कारण बसों को अधिक दूरी तय करनी पड़ेगी। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक रणजीत सिंह ने बताया कि रास्ता लंबा होने से डीजल खर्च बढ़ेगा, जिसके चलते बस किराए में बढ़ोतरी संभव है। यह यात्रियों की जेब पर अतिरिक्त भार डालेगा।
कांवड़ियों के लिए विशेष व्यवस्था
हालांकि, कांवड़ यात्रा को देखते हुए हरिद्वार जाने वाली बसों की संख्या में बढ़ोतरी की जा रही है। विभाग का कहना है कि शिवभक्तों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है, ताकि उन्हें यात्रा के दौरान कोई असुविधा न हो।
निष्कर्ष:
जहाँ एक ओर कांवड़ यात्रा की तैयारियों को लेकर प्रशासन मुस्तैद है, वहीं रूट डायवर्जन के कारण आम यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुँचने में अधिक समय और पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं।