हापुड़। परंपरागत कारीगरों के लिए राहत भरी खबर है। खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड और उत्तर प्रदेश माटीकला बोर्ड द्वारा जिले के कारीगरों को निशुल्क विद्युत चाक, दोना-पत्तल मेकिंग मशीन और पॉपकार्न मेकिंग मशीन वितरित की जाएंगी। इन योजनाओं का लाभ पाने के लिए कारीगरों को 14 जुलाई तक विभागीय पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करना अनिवार्य होगा।
खादी नीति और माटीकला योजना के तहत मिलेगा लाभ
जिला ग्रामोद्योग अधिकारी अभिलाष कुमार दीक्षित ने जानकारी देते हुए बताया कि
“खादी नीति के अंतर्गत 10 पॉपकार्न मेकिंग मशीन और 10 दोना-पत्तल मेकिंग मशीनें निशुल्क वितरित की जाएंगी।“
साथ ही मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना के तहत 40 विद्युत चलित चाकों का वितरण होगा, जिससे पारंपरिक कुम्हारों को आधुनिक तकनीक से काम करने में सुविधा मिलेगी। इसके अलावा चार लाभार्थियों को माटीकला ऋण योजना के अंतर्गत सहायता दी जाएगी।
हनी मिशन और मानकीकरण योजना का भी लाभ
कार्यक्रम के तहत उत्पाद विकास, मानकीकरण और गुणवत्ता विनिश्चय योजना के अंतर्गत भी चयनित कारीगरों को प्रशिक्षण और सहयोग मिलेगा। वहीं, हनी मिशन योजना के तहत 20 कारीगरों को लाभ दिए जाने की तैयारी है।
कैसे करें आवेदन?
- इच्छुक कारीगर जिला ग्रामोद्योग कार्यालय या विभागीय पोर्टल पर जाकर 14 जुलाई तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
- पात्रता की शर्तें, दस्तावेज और विस्तृत विवरण विभागीय वेबसाइट पर उपलब्ध हैं।
निष्कर्ष:
यह पहल परंपरागत हस्तशिल्प और ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देने के साथ-साथ कारीगरों की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। कारीगरों को चाहिए कि वे समय रहते आवेदन कर इस योजना का अधिकतम लाभ उठाएं।