हापुड़। शुक्रवार दोपहर हुई मात्र एक घंटे की मूसलाधार बारिश ने हापुड़ शहर की जल निकासी व्यवस्था की पोल खोल दी। शहर के मुख्य बाजार, सड़कें, गलियां और मोहल्ले जलमग्न हो गए। बारिश का पानी लोगों के घरों और दुकानों में घुस गया, जिससे भारी नुकसान हुआ। नगर पालिका परिसर और एसडीएम कार्यालय तक तालाब में तब्दील हो गए।
बारिश रुकने के करीब चार घंटे बाद ही पानी सड़कों से निकल पाया। इस दौरान सड़कों पर जलभराव के चलते भारी जाम भी लग गया और वाहन घुटनों भर पानी में धीरे-धीरे रेंगते नजर आए।
15 मिनट में उफनने लगे नाले
दोपहर करीब एक बजे तेज बारिश शुरू हुई और मात्र 15 मिनट में नाले उफान पर आ गए। गोल मार्केट, साधना मार्केट, गांधी गंज, चंडी रोड, कोठी गेट जैसे मुख्य बाजारों की दुकानों में पानी घुस गया। इसके अलावा रेलवे रोड, फ्री गंज रोड, तहसील चौपला, मीनाक्षी रोड, सिकंदर गेट, अत्तरपुरा चौराहा, मेरठ रोड, पुराना बाजार आदि मार्गों पर दो से तीन फीट तक जलभराव हो गया।
व्यापारियों ने जैसे-तैसे सामान को ऊंचाई पर रखा, फिर भी कई दुकानों का माल भीग कर खराब हो गया। खास बात यह रही कि रेलवे रोड स्थित घरों में भी सालों बाद पानी घुसा, जिससे स्थानीय लोग बेहद परेशान दिखे।
नगरपालिका भी जलमग्न, टीम रही सक्रिय
बारिश से नगर पालिका का खुद का परिसर भी जलभराव की चपेट में आ गया। अधिशासी अधिकारी संजय कुमार मिश्रा ने बताया कि शुक्रवार को 35 मिमी से अधिक बारिश हुई। उन्होंने कहा,
“तेज बारिश के कारण जलभराव हुआ था, लेकिन पालिका की टीम ने नालों से पॉलिथीन निकालने का कार्य लगातार जारी रखा, जिससे समय से पानी निकल गया।“
हालांकि, स्थानीय व्यापारियों और निवासियों ने जल निकासी व्यवस्था पर नाराजगी जताते हुए कहा कि प्रशासन को मानसून से पहले स्थायी समाधान खोजना चाहिए।