गढ़मुक्तेश्वर। श्रावण मास के पहले सोमवार को भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए गंगानगरी ब्रजघाट में शिवभक्तों का आगमन शुरू हो गया है। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और उनकी सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने दिल्ली-लखनऊ हाईवे (एनएच-9) पर रूट डायवर्जन लागू करने का फैसला लिया है।
दोपहर 12 बजे से लागू हुआ डायवर्जन
शनिवार दोपहर 12 बजे से हाईवे पर भारी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। यह व्यवस्था 14 जुलाई तक लागू रहेगी। इसके बाद 19 जुलाई से 24 जुलाई तक सावन के दूसरे सोमवार और शिवरात्रि के मद्देनज़र फिर से रूट डायवर्जन लागू किया जाएगा।
सीओ वरुण मिश्रा ने बताया कि इस दौरान दिल्ली-मुरादाबाद रूट पर हल्के वाहनों का भी प्रतिबंध रहेगा। आवश्यक सेवाओं से जुड़े वाहनों को ही सीमित रूप से अनुमति दी जाएगी।
कांवड़ियों के लिए अलग रास्तों की व्यवस्था
इस बार शिवभक्तों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कांवड़ियों के आने और जाने के लिए अलग-अलग मार्ग निर्धारित किए गए हैं:
- ब्रजघाट से जल लेकर हापुड़, मेरठ, बागपत, बुलंदशहर की ओर जाने वाले कांवड़िए हाईवे 9 की एक अलग लेन से भेजे जाएंगे।
- वहीं, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर और बरेली की ओर जाने वाले कांवड़िए ब्रजघाट आने के लिए निर्धारित मार्ग से ही यात्रा करेंगे।
अन्य वाहनों के लिए भी दूसरी लेन में आवाजाही की सीमित व्यवस्था की गई है, जिसमें केवल हल्के व आवश्यक वाहन ही चल सकेंगे।
प्रशासन ने सभी वाहन चालकों और यात्रियों से अपील की है कि वे निर्धारित रूट का पालन करें और अनावश्यक रूप से हाईवे पर आवाजाही से बचें।