सीएचसी हापुड़ में नई व्यवस्था लागू, डॉक्टर की सलाह अनिवार्य
हापुड़। जिला अस्पताल व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) हापुड़ में अब झोलाछाप और छोटे क्लीनिकों के पर्चों पर सीटी स्कैन व अल्ट्रासाउंड की जांच नहीं की जाएगी। यह फैसला सीएचसी प्रशासन ने रोजाना आ रहे गैर-ज़रूरी मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए लिया है।
सीएचसी अधीक्षक डॉ. महेश ने बताया कि अस्पताल में प्रतिदिन 20 से 30 मरीज ऐसे पर्चों के साथ पहुंच रहे हैं, जिनमें से करीब 90 फीसदी मामलों में जांच की आवश्यकता नहीं होती। यह जांच अब केवल पंजीकृत एमबीबीएस व एमडी चिकित्सकों के पर्चों पर ही संभव होगी।
उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि किसी मरीज को जांच की ज़रूरत है, तो उसे पहले सीएचसी के चिकित्सक से परामर्श लेना होगा। डॉक्टर की सलाह के बाद ही सीटी स्कैन का अधिकृत पर्चा बनवाया जा सकेगा।
सरकारी अस्पताल में सीटी स्कैन सुविधा निशुल्क व उच्च गुणवत्ता वाली मशीन से उपलब्ध है, जबकि प्राइवेट अस्पतालों में यह महंगी और सीमित क्षमता वाली होती है। यही कारण है कि मरीजों की भीड़ लगातार बढ़ रही थी।
डॉ. महेश ने कहा—
“समस्या है तो मरीज यहां आकर चिकित्सक से परामर्श लें और सीटी स्कैन का पर्चा बनवाएं। झोलाछापों के पर्चों पर सीटी स्कैन नहीं होगा। एमबीबीएस, एमडी चिकित्सकों के पर्चों पर सीटी स्कैन हो सकता है।”
यह निर्णय मरीजों की सुविधा और संसाधनों के उचित उपयोग को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।