मुख्य सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में दिए निर्देश, अधिकारियों ने किया रूट निरीक्षण
हापुड़। आगामी कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासन इस बार अत्यधिक सतर्कता बरत रहा है। यात्रा के दौरान शांति, सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने के लिए 500 सीसीटीवी कैमरों की मदद से निगरानी की जाएगी। वहीं, डीजे और कांवड़ की ऊंचाई व चौड़ाई को लेकर भी सख्त दिशानिर्देश जारी किए गए हैं।
मंगलवार शाम को मुख्य सचिव और डीजीपी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश भर के जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों और अन्य अधिकारियों को यात्रा संबंधी आवश्यक तैयारियों और प्रतिबंधों के बारे में विस्तृत निर्देश दिए।
यात्रा मार्गों पर सुरक्षा और सफाई पर जोर
बैठक में हापुड़ के डीएम अभिषेक पांडेय, एसपी ज्ञानंजय सिंह, सीडीओ हिमांशु गौतम, एडीएम संदीप कुमार और एएसपी विनीत भटनागर समेत जिले के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
बैठक के प्रमुख बिंदु इस प्रकार रहे:
- कांवड़ की अधिकतम ऊंचाई 10 फीट और चौड़ाई 12 फीट निर्धारित की गई है।
- भारी वाहनों पर प्रतिबंध और रूट डायवर्जन का कड़ाई से पालन कराया जाए।
- बिजली के जर्जर तारों को बदला जाए और जहां आवश्यक हो, तारों की ऊंचाई बढ़ाई जाए।
- मांस, मछली और अंडे की दुकानें यात्रा अवधि में बंद रहें।
- सेवा शिविरों में अस्थाई शौचालय, बिजली और स्वच्छ खान-पान की व्यवस्था सुनिश्चित हो।
- हर कार्य की विभागवार जिम्मेदारी तय करते हुए निरीक्षण रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
- 700 से अधिक बिजली के खंभों पर पॉलीथिन बांधने का कार्य जल्द पूरा किया जाए।
स्थल निरीक्षण और व्यवस्थाओं की समीक्षा
बैठक के बाद डीएम अभिषेक पांडेय ने बछलौता मार्ग का निरीक्षण किया, जबकि एडीएम संदीप कुमार और एएसपी विनीत भटनागर ने मंगलवार शाम को कांवड़ मार्गों की सफाई, सीसीटीवी कैमरों की स्थिति और यातायात व्यवस्था का जायजा लिया।
एडीएम ने नगर पालिका को निर्देश दिए कि यात्रा शुरू होने से पहले सभी मार्गों की सफाई और मरम्मत कार्य पूरा कराया जाए। साथ ही सेवा शिविरों को सड़क से हटाकर व्यवस्थित ढंग से लगाने की हिदायत दी।
अराजक तत्वों पर रहेगी पैनी नजर
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि यात्रा के दौरान खुराफातियों पर निगरानी रखी जाए और शांति समितियों की बैठकें समय से आयोजित की जाएं, ताकि किसी प्रकार की अफवाह या अशांति से बचा जा सके।
निष्कर्ष:
श्रावण मास की कांवड़ यात्रा में श्रद्धा और सुरक्षा दोनों को संतुलित रखना प्रशासन की प्राथमिकता बन चुकी है। कैमरों की निगरानी, तय मानकों की पालना और विभागीय समन्वय से इस बार की यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने की पूरी तैयारी की जा रही है।