ब्रजघाट। गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर 10 जुलाई को ब्रजघाट में भक्ति और श्रद्धा का जनसैलाब उमड़ेगा। गंगा घाट पर बुधवार की भोर से ही लाखों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाकर धर्म लाभ प्राप्त करेंगे। इसके साथ ही क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर गुरु पूजन कार्यक्रम, हवन और भंडारे भी आयोजित किए जाएंगे।
ब्रह्म मुहूर्त से ही श्रद्धालुओं का गंगा स्नान शुरू हो जाएगा। स्नान और पूजन के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान सहित कई राज्यों से श्रद्धालु ब्रजघाट पहुंचेंगे। मंगलवार की शाम से ही तीर्थनगरी में चहल-पहल तेज हो जाएगी। धर्मशालाओं, मंदिरों और आश्रमों में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने की संभावना है।
प्रशासनिक तैयारियाँ पूरी, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए नगर पालिका प्रशासन और पुलिस विभाग ने सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए हैं। पालिका चेयरमैन राकेश बजरंगी ने बताया कि गंगा घाट पर बैरिकेडिंग कराई गई है और हर नाव पर एक गोताखोर और एक नाविक तैनात किया गया है। साथ ही पेयजल और शौचालय जैसी आवश्यक सुविधाओं की भी व्यवस्था की गई है।
सीओ वरुण मिश्रा मित्र ने बताया कि घाटों और मुख्य बाजारों में सादी वर्दी में पुलिस बल तैनात रहेगा। जाम की स्थिति से निपटने के लिए हाईवे और संवेदनशील चौराहों पर यातायात पुलिस की ड्यूटी लगाई गई है। दमकल विभाग की गाड़ियाँ भी ब्रजघाट पर तैनात कर दी गई हैं, जिससे किसी भी आकस्मिक स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।
गुरु पूजन और भंडारों की धूम
गंगा स्नान के बाद श्रद्धालु अपने-अपने गुरुजनों की पूजा करेंगे। नेह नीड़ परिसर, विभिन्न शिक्षण संस्थान और तपेश्वरी आश्रम, सैदपुर में गुरु पूजन, हवन और भंडारे के कार्यक्रम आयोजित होंगे। श्रद्धालुओं के स्वागत और प्रसाद वितरण के लिए भी समाजसेवी संस्थाएं सक्रिय हो चुकी हैं।
गुरु पूर्णिमा के इस पर्व पर श्रद्धा, आस्था और सेवा का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा। ब्रजघाट में होने वाला यह आयोजन एक बार फिर साबित करेगा कि यह तीर्थस्थल आध्यात्मिक आस्था का केंद्र है।