वीसीबी मशीनों पर तिरपाल, बढ़ा हादसे का खतरा
हापुड़। शहर के हृदयस्थल में स्थित दिल्ली रोड बिजलीघर की हालत बेहद चिंताजनक है। 40 एमवीए क्षमता वाले इस बिजलीघर की छत से बरसात का पानी टपक रहा है, जो सीधे वीसीबी (Vacuum Circuit Breaker) मशीनों पर गिर रहा है। इससे न केवल उपकरणों में नमी पहुंच रही है, बल्कि तिरपाल डालकर बचाव करने की कोशिश से आग लगने का भी खतरा बढ़ गया है।
⚡ बिजलीघर से आधे शहर को मिलती है आपूर्ति
इस बिजलीघर से हापुड़ के करीब 30 हजार घरों को बिजली आपूर्ति होती है। लेकिन जर्जर हो चुकी छत और पिछले दो वर्षों से चले आ रहे रिसाव की समस्या के बावजूद कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया।
ऊपरी प्रबंधन द्वारा प्लानिंग पर 200 करोड़ से ज्यादा खर्च किए गए हैं, लेकिन ज़मीनी स्तर पर बिजलीघर की मरम्मत जैसे मूलभूत कार्यों की अनदेखी हो रही है।
🛑 तिरपाल से ढके उपकरण, गर्मी में बड़ा खतरा
बिजलीघर के वीसीबी जैसे संवेदनशील उपकरणों को तिरपाल से ढक दिया गया है, जिससे एक ओर तो नमी से मशीनें खराब हो रही हैं, दूसरी ओर भीषण गर्मी में तिरपाल में आग लगने का खतरा भी बना हुआ है।
बरसात के मौसम में करंट फैलने की आशंका भी जताई जा रही है, जो आसपास के घने रिहायशी इलाकों के लिए बड़ा खतरा बन सकता है।
🗣️ अधिकारी का बयान
एसके अग्रवाल, अधीक्षण अभियंता ने कहा –
“वीसीबी मशीनों के ऊपर पानी टपकना गंभीर मामला है। बिजलीघर का निरीक्षण कर समस्या का समाधान कराया जाएगा। हो सकता है छत की सफाई न होने से पानी जमा हो गया हो।”
🔍 महीने भर पहले हुई थी जांच, पर समाधान नहीं
पिछले महीने मुख्य अभियंता (एमडी कार्यालय) द्वारा निरीक्षण में कई खामियों की पहचान की गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। केवल दिखावे के तौर पर तिरपाल डाल देना, किसी बड़े हादसे को न्योता देना है।
📢 जनहित अपील:
जिम्मेदार अधिकारियों को चाहिए कि इस गंभीर समस्या का तत्काल स्थायी समाधान करें, ताकि शहर में बिजली संकट और जानमाल के खतरे से बचा जा सके।