गढ़मुक्तेश्वर। बीते दो दिनों में गंगा के जलस्तर में 62 सेंटीमीटर की गिरावट दर्ज की गई है, जिससे फिलहाल क्षेत्र में बाढ़ का खतरा कम हो गया है। जलस्तर घटने का मुख्य कारण उत्तराखंड में बारिश की रफ्तार धीमी होना और बिजनौर बैराज से पानी छोड़े जाने की मात्रा में कमी आना है।
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, गढ़-ब्रजघाट क्षेत्र में गंगा का जलस्तर अब घटकर 198.07 मीटर रह गया है। गेज अधिकारी आबाद आलम ने बताया कि जलस्तर में लगातार गिरावट से स्थिति नियंत्रण में है।
किसानों को नुकसान, चारे की किल्लत
हालांकि, जलस्तर में गिरावट से राहत मिली है, लेकिन पहले आए उफान के चलते निचले क्षेत्रों के जंगलों और खेतों में पानी भर गया, जिससे किसानों की फसलें प्रभावित हुई हैं। किसान काबल सिंह ने बताया कि खेतों में पानी भरने से पशुओं के चारे की कमी पैदा हो गई है।
प्रशासन सतर्क
एसडीएम अंकित कुमार वर्मा ने बताया कि “फिलहाल क्षेत्र में बाढ़ का कोई खतरा नहीं है, लेकिन प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और लगातार जलस्तर की निगरानी की जा रही है।”