हापुड़। ऊर्जा निगम के बिलों में उपभोक्ता महेंद्र सिंह के घरेलू कनेक्शन व सब्सिडी का खेल उपभोक्ताओं को उलझा रहा है। इस अजीब गणना से लोगों में रोष व्याप्त है।
बिजली की दरों में समय समय पर बढ़ोतरी हो रही है, इस बार भी दरों को लेकर अभी से हंगामा शुरू हो गया है। लेकिन सितंबर 2022 में बिलों में जिस तरह से बदलाव हुआ, इससे लग रहा है कि बिलों की दरों में बढ़ोतरी की जा चुकी है।
क्योंकि इन दिनों जो बिल बनकर आ रहे हैं, उनमें दरें पहले के मुकाबले करीब 20 फीसदी अधिक हैं। बिल में गणना इस तरह से की गई है कि सामान्य उपभोक्ता इसे आसानी से समझ ही नहीं सकते।
बिल में कुल राशि का जो कॉलम आ रहा है, उसे देख उपभोक्ता व्याकुल हो रहे हैं, क्योंकि इसमें 20 फीसदी तक बढ़ोत्तरी दिख रही है। इसे लेकर बिल काउंटरों पर हल्ला होता रहता है, हालांकि सब्सिडी मिलने की बात कह उपभोक्ताओं को शांत कर दिया जाता है।
अधिकारी भी इस मामले में चुप्पी साध रहे हैं। इन दिनों ऊर्जा निगम से जो बिल जारी हो रहे हैं, वह हिंदी में हैं। जिन्हें उपभोक्ता आसानी से समझ लेते हैं, पहले अंग्रेजी में बिल होने के कारण अधिकांश उपभोक्ता समझ ही नहीं पाते थे कि किसी तरह बिल की गणना हो रही है।
उपभोक्ता महेंद्र सिंह के घरेलू कनेक्शन का जून 2022 का बिल 1242 रुपये था, यह बिल 293 यूनिट का था। इस बिल में सब्सिडी का कोई जिक्र नहीं है, इस हिसाब से उपभोक्ता को प्रति यूनिट 4.23 रुपये अदा करने पड़े।
अब दिसंबर 2023 के बिल पर गौर करें तो उपभोक्ता का बिल 1839 रुपये बना, जो सिर्फ 283 यूनिट का था, इस बिल में सब्सिडी का कॉलम शुरू हो गया। अब गणना की जाए तो एक यूनिट करीब 6.49 रुपये की बन रही है, लूसिव हालांकि इस बिल में उपभोक्ता को 647 रुपये की सब्सिडी दी गई। इससे साफ है कि यह सब्सिडी बढ़ी दरों पर थी, न कि पुरानी दरों पर।
अधिशासी अभियंता-मनोज कुमार ने बताया कि पहले बिलों में सब्सिडी का कॉलम नहीं था, सितंबर महीने से ही नया प्रारूप शुरू हुआ है। इसमें गणना का तरीका भी बदला है, उपभोक्ताओं की शंकाओं का निवारण किया जा रहा है।