भूजल रिचार्ज और वर्षा जल संचयन को लेकर लघु सिंचाई विभाग की तैयारी
हापुड़। जिले में भूजल रिचार्ज को बढ़ावा देने और वर्षा जल संचयन को सुदृढ़ करने के लिए लघु सिंचाई विभाग ने बड़ा कदम उठाया है। विभाग 15 गांवों के तालाबों के जीर्णोद्धार की योजना पर काम कर रहा है। इस योजना पर कुल 6.74 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
शासन को भेजा गया प्रस्ताव, बजट मिलते ही कार्य शुरू
विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए यह योजना तैयार की गई है, जिसका प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है। बजट स्वीकृति मिलते ही तालाबों की सफाई, गहरीकरण, फेंसिंग और सौंदर्यीकरण का कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।
तालाबों से होगा भूजल संवर्द्धन
कार्य योजना के अनुसार, तालाबों की सबसे पहले नीचे से सिल्ट हटाई जाएगी ताकि उन्हें भूजल रिचार्ज के अनुकूल बनाया जा सके। इसके अतिरिक्त, तालाबों की फेंसिंग, बैठने के लिए बेंच, और वृक्षारोपण जैसी सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी।
इन गांवों में होंगे जीर्णोद्धार कार्य
तालाबों का चयन चार ब्लॉकों – हापुड़, गढ़मुक्तेश्वर, सिंभावली और धौलाना – के निम्नलिखित गांवों में किया गया है:
- हापुड़ ब्लॉक: अमीरपुर नगौला, सरावा, सिरोधन, कावी
- सिंभावली ब्लॉक: राजपुर मदैया, सिखेड़ा मुरादाबाद, अकबरपुर बुकलाना, फरीदपुर गौसाई
- गढ़मुक्तेश्वर ब्लॉक: लुहारी मुस्तफाबाद, अनूपुर डिबाई, सादुल्लापुर लोदी
- धौलाना ब्लॉक: शौलाना, हिम्मतनगर, बासतपुर, नगला काशी
इन गांवों को “अति क्रिटिकल श्रेणी” में शामिल किया गया है, क्योंकि यहां भूजल स्तर बेहद नीचे जा चुका है।
विभागीय अधिकारी की पुष्टि
लघु सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता अंशु गौरव ने जानकारी दी कि:
“जिले के 15 गांवों का चयन कर प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। बजट मिलते ही तालाबों की सफाई, सिल्ट निकासी, फेंसिंग और अन्य विकास कार्य शुरू कर दिए जाएंगे।”