गढ़मुक्तेश्वर। आंगनबाड़ी विभाग द्वारा पोषण ट्रैक ऐप पर बच्चों की ई-केवाईसी और चेहरे से प्रमाणीकरण कराने में लगातार लापरवाही बरतने के मामले में गढ़ क्षेत्र के 51 केंद्रों में कार्यरत कुल 306 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का जून माह का वेतन रोक दिया गया है। साथ ही सभी से कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
प्रमुख बिंदु:
- गढ़ क्षेत्र में 51 आंगनवाड़ी केंद्रों के 207 कार्यकर्ता एवं 99 सहायिकाओं का वेतन रोका गया।
- पोषण ट्रैक ऐप पर ई-केवाईसी एवं चेहरे प्रमाणीकरण की अनिवार्यता के बावजूद बार-बार चेतावनी के बाद भी मानक पूरा नहीं किया गया।
- शासन की मंशा के अनुरूप अभियान सफल न होने पर विभागीय स्तर पर कड़ी कार्यवाही की गई।
पारदर्शिता के उद्देश्य से अभियानी पहल
शासन द्वारा संचालित आंगनबाड़ी विभाग ने गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों को पोषाहार वितरण में पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए पोषण ट्रैक ऐप पर ई-केवाईसी (इलेक्ट्रॉनिक पहचान) और फेस प्रमाणीकरण अनिवार्य किया है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि लाभार्थी डेटा वास्तविक और अद्यतित हो।
लापरवाही के कारण कार्यवाही
उप परियोजना निदेशक (सीडीपीओ) मीनाक्षी गुप्ता ने बताया कि उनके द्वारा भेजी गई रिपोर्ट में लगातार लापरवाही उजागर होने पर विभाग के आला अधिकारियों ने 207 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और 99 सहायिकाओं का वेतन रोकने का निर्णय लिया। सभी को कारण बताओ नोटिस जारी कर संतोषजनक जवाब देने के लिए कहा गया है। यदि स्पष्टीकरण असंतोषजनक पाया जाता है, तो संबंधितों की सेवा समाप्ति भी हो सकती है।
आगे की कार्यवाही
- जिन केंद्रों में ई-केवाईसी नहीं हुई, वहां फील्ड वेरिफिकेशन कमेटियां भेजी जाएंगी।
- सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को शेष बचे लाभार्थियों का त्वरित सत्यापन पूरा करने के निर्देश।
- समय सीमा के भीतर अनुपालन न करने पर अतिरिक्त दंडात्मक कार्रवाई की संभावना।